आगरा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां शमसाबाद रोड पर पिता के फल के ठेले से पैदल घर लौट रही किशोरी को रास्ते में चार युवक जबरन टेंपो में बिठाकर ले गए और सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने किशोरी को गांव के पास बदहवास हालत में छोड़कर फरार हो गए। इनमें तीन युवक ऑटो में थे, जबकि चौथा बाइक पर सवार था। इस घटना के एक आरोपी ने पकड़े जाने के डर से मंगलवार को फंदे से लटक कर जान दे दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
मामला निबोहरा थाना क्षेत्र का है। थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 15 वर्षीय किशोरी के पिता गांव से दो किलोमीटर दूर शमसाबाद रोड पर फल का ठेला लगाते हैं। किशोरी भी पिता के साथ ठेले पर हाथ बंटाने के लिए जाती है। वह सोमवार को पिता की ठेल से शाम करीब 7 बजे पैदल ही घर लौट रही थी। आरोप है कि रास्ते में पीछे से आ रहे बाइक सवार ने उसे कंकड़ मारा तो वह रुक गई। तभी ऑटो में सवार तीन युवक भी वहां पहुंच गए।
उन्होंने किशोरी को जबरन ऑटो में डाल लिया। बाइक सवार भी उनके साथ चलने लगा। इसके बाद शमसाबाद रोड स्थित सुनसान ईंट भट्ठे पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। उधर, बेटी के घर नहीं पहुंचने पर परिजन ने तलाश शुरू कर दी मगर उसका पता नहीं चल सका।
मंगलवार सुबह 5 बजे ग्रामीणों ने परिजन को किशोरी के गांव के रास्ते पड़े होने की जानकारी दी। तब परिजन उसे लेकर निबोहरा थाने पहुंचे। आरोपियों की पहचान के आधार पर पुलिस ने मुक्तिपुरा, शमसाबाद निवासी करुआ, रूपेश व जगदीश व अज्ञात बाइक सवार के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म, पॉस्को एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया।
उधर, आरोपी जगदीश का शव मंगलवार को गांव के नजदीक पेड़ से फंदे पर लटका मिला। प्रभारी निरीक्षक निबोहरा गंगा सागर ने बताया कि मंगलवार दोपहर में परिजन घटना की सूचना पुलिस को दी। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। किशोरी को मेडिकल के लिए भेजा गया है। एक आरोपी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। अज्ञात आरोपी का पता लगाया जा रहा है।