शिक्षक दिवस पर स्थानीय गुरुओं को किया सम्मानित

 

मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ

न्यूज़ वाणी बांदा। खेल-खेल में युवाओं के साथ जेन्डर व पितृसत्ता पर की चर्चा महुआ ब्लॉक के पनगरा गांव में हुआ आयोजन।

महुआ ब्लाक के पनगरा गांव में वनांगना संस्था द्वारा तरंग मेरे सपने मेरी उड़ान कार्यक्रम के तहत शिक्षक दिवस मनाया गया।
सुपरवाइजर शोभा देवी ने खेल के माध्यम से शुरुआत कराई। युवक व युवतियों को कतार में खड़ा करके कुछ शब्द बोले जैसे पुलिस, डाक्टर, नर्स, ड्राइवर, शिक्षक आदि। महिला और पुरुष को आमने सामने खड़ा करके कुछ शब्दों को सुनकर उनके दिमाग़ में आ रही इमेज़ पर गतिविधि कराई गईं।
कार्यक्रम में शामिल शाजिया व अनिल ने सामूहिक रूप से कहा कि सेवा करने वाली नौकरी में महिलाएं ज्यादा दिखती है।
दीपक ने कहा की अब महिलाएं भी रिक्शा और ऑटो चला रहीं है।
संस्था की वरिष्ठ संदर्भ समूह शबीना मुमताज़ ने बताया कि 1962 में राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन पर छात्रों ने उनका जन्म दिन मनाने को कहा तब उन्होंने कहा कि इसे शिक्षकों के दिन के रूप में मनाया जायेगा। कहा कि शिक्षक (गुरु) वो सब होते है जो हमको बुनियादी शिक्षा देते हैं।
प्रधानाध्यापक शीतल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बुनियादी शिक्षा की जानकारी मिलती है।
संकुल प्रभारी सत्यप्रकाश ने सराहना करते हुए कह कि आगे भी ऐसे कार्यक्रम समुदाय के बीच होते रहना चाहिए। गांव के प्राइवेट शिक्षक उमा शंकर ने भी संबोधित किया। श्यामकली ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

 

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