उत्तर प्रदेश। घोसी विधानसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान का राजनीतिक भविष्य भी दांव पर लगा है। उन्होंने सपा के घोसी विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। चर्चा थी कि वह चुनाव से पहले मंत्री बनाए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दारा सिंह चौहान यदि चुनाव जीत गए तो एक बार फिर मंत्री बन जाएंगे। लेकिन, यदि ऐसा नहीं हुआ तो उनका राजनीतिक भविष्य अधर में फंस सकता है। दारा सिंह ने 2022 में बतौर सपा प्रत्याशी 1,08,430 मत प्राप्त किए थे।
भाजपा संगठन और सरकार का पूरा समर्थन पाने के बावजूद 2022 का प्रदर्शन कायम रखना ही उनकी सबसे बड़ी चुनौती है। बता दें कि योगी-01 सरकार में दारा सिंह कैबिनेट मंत्री थे और उनके पास वन एवं पर्यावरण जैसा महत्वपूर्ण विभाग था। लेकिन 2022 में हुए विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दारा सिंह चौहान ने स्वामी प्रसाद मौर्या और धर्म सिंह सैनी के साथ मंत्रिमंडल और भाजपा से इस्तीफा देकर सपा में चले गए थे।
जानकार बताते हैं कि भाजपा सरकार से मंत्री पद छोड़कर सपा में शामिल होने वाले चौहान 2022 में सपा सरकार न बनने से वैसे ही निराश थे। मगर पार्टी में उम्मीद के हिसाब से महत्व न मिलने से आहत होकर चौहान ने कुछ दिन पहले फिर पाला बदला। सपा और विधायकी से इस्तीफा देकर दुबारा भाजपा में शामिल हो गए। तभी से उन्हें प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। घोसी उपचुनाव में भाजपा ने दारा सिंह चौहान को ही प्रत्याशी बनाया। हार-जीत का फैसला आज हो जाएगा।