13 साल में तीनों खान से ज्यादा अक्षय की बनी फिल्में, आज बॉलीवुड के खिलाड़ी के पास 2600 करोड़ की नेटवर्थ

 

बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार आज 56 साल के हो गए हैं। अक्षय अकेले ऐसे एक्टर हैं जो साल में एवरेज 3 फिल्में करते हैं। 2010 से अब तक देखा जाए तो अकेले अक्षय कुमार ने 44 फिल्में की हैं, जबकि शाहरुख, सलमान और आमिर खान तीनों ने मिलकर कुल 41 फिल्में की हैं। पिछले 13 सालों में ना सिर्फ अक्षय का स्टारडम बढ़ा है, बल्कि नेटवर्थ में भी काफी इजाफा हुआ है। आज अक्षय की नेटवर्थ 2600 करोड़ से ज्यादा है।

कभी अक्षय कुमार फोटोग्राफर के लाइट मैन हुआ करते थे। स्टार्स के फोटोशूट में लाइट्स पकड़कर खड़े रहते थे। एक दिन गोविंदा ने फोटोशूट के दौरान अक्षय से कहा था – चिकना है, हीरो क्यों नहीं बन जाता। वो ही अक्षय जब हीरो बने तो 1991 से अब तक कोई एक साल भी ऐसा नहीं गुजरा जब उनकी कोई फिल्म रिलीज ना हुई हो। 32 साल के फिल्मी करियर में अक्षय 132 फिल्में कर चुके हैं। अकेले अक्षय ऐसे एक्टर हैं जो हर जॉनर और हर तरह के टैबू सब्जेक्ट पर फिल्म कर चुके हैं।

 

 

90 के दशक में बॉलीवुड में शाहरुख, सलमान, आमिर का दबदबा था, उस बीच एक हीरो था, जिसने आउटसाइडर होकर भी इन 3 खानों के बीच न सिर्फ जगह बनाई, बल्कि हिट भी रहे। नाम, अक्षय कुमार या कहें तो खिलाड़ी कुमार। बदलते दौर के साथ 90 के दशक के हर स्टार की चमक फीकी पड़ गई, लेकिन अक्षय कुमार आज भी बतौर हीरो सालाना 3-4 फिल्में देते ही हैं।

बीते 15 सालों में अक्षय ने हिंदी सिनेमा में वो तरक्की और कमाई की, जो किसी दूसरे एक्टर ने नहीं की। फिल्म सेलेक्शन में माहिर ऐसे हैं कि साल की 3-4 फिल्में एक-दूजे से एकदम हटके और मल्टिपल जॉनर की होती हैं। जैसे इस साल अब तक अक्षय की 2 फिल्में आईं सेल्फी और OMG-2, एक कॉमेडी ड्रामा एक्शन फिल्म है, जिसमें अक्की एक्टर विजय कुमार बने, तो दूसरी सेक्स एजुकेशन पर बनी OMG-2 में वो शिव जी के मैसेंजर बने।

 

 

1991 से आज तक कोई ऐसा साल नहीं रहा, जब अक्षय की फिल्म रिलीज न हुई हो। 2020 में जब दुनिया और इंडस्ट्री बंद थी, तब भी अक्षय की फिल्म लक्ष्मी ने OTT पर दर्शकों का मनोरंजन किया।

90 के दशक के टॉप एक्टर्स में अक्षय कुमार ने शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान के साथ जगह बनाई थी। 2010 के बाद हर खान के स्टारडम में गिरावट देखने को मिली, साथ ही उनकी फिल्मों की संख्या में भी कमी आई। अक्षय ने 2010 के बाद तीनों खान के मुकाबले सबसे ज्यादा फिल्में दीं। उनकी पिछले 13 सालों में 47 फिल्में आईं, जबकि तीनों खान एक्टर्स की मिलाकर 41 फिल्में ही हैं। अक्षय की कुल फिल्में भी तीनों खान से ज्यादा हैं, जबकि उनका करियर कम सालों का है।

 

 

साल 2022 में आई फोर्ब्स की दुनिया के हाईएस्ट पेड एक्टर्स की लिस्ट में अक्षय कुमार दूसरे नंबर पर हैं। इसी के साथ उन्होंने विल स्मिथ, लियोनार्डो डिकैप्रियो और ब्रैड पिट, ड्वेन जॉनसन जैसी बड़ी हॉलीवुड हस्तियों को भी पीछे कर दिया है।

अक्षय कुमार की मौजूदा नेटवर्थ 325 मिलियन डॉलर यानी 2,660 करोड़ करोड़ रुपए है। जबकि उनकी ब्रांड वैल्यू 1,066 करोड़ रुपए है। फिल्मों के अलावा अक्षय ब्रांड एंडोर्समेंट और फिल्म प्रोडक्शन से भी कमाई करते हैं। उन्होंने 2008 में पिता के नाम पर हरिओम प्रोडक्शन शुरू किया था, जिसका नाम अब केप ऑफ गॉड प्रोडक्शन है। इसके बैनर तले अब तक सिंह इज किंग, हॉलिडे, एयरलिफ्ट, रुस्तम, पेडमैन जैसी फिल्में बन चुकी हैं। इसके अलावा अक्षय वर्ल्ड कबड्डी टीम लीग की खालसा वॉरियर टीम के भी मालिक हैं। इसी साल अक्षय ने अपनी फैशन ब्रांड फोर्स नाइन लॉन्च की है।

 

अक्षय कुमार अपने परिवार के साथ जुहू स्थित बंगले में रहते हैं। इसके अलावा उनके पास खार में 7.8 करोड़ का आलीशान बंगला है। 2017 में अक्षय ने अंधेरी में 38 मंजिला ट्रांसकॉन ट्रायम्फ इमारत की 21वीं मंजिल पर चार फ्लैट खरीदे थे। हर फ्लैट की कीमत 4.5 करोड़ रुपए है।

अक्षय कुमार ने मॉरिशस में एक वेकेशन हाउस खरीद रखा है, जहां वो अक्सर अपने परिवार के साथ समय बिताने जाते हैं। उन्होंने गोवा की पॉश इलाके में भी उन्होंने बीच हाउस खरीदा है। कनाडा में भी उन्होंने प्रॉपर्टी खरीदी हैं। इसके अलावा अक्षय ने मैपल लीफ कैपिटल में एक आलीशान बंगले के साथ कुछ अपार्टमेंट और टोरंटो में एक पूरा पहाड़ ही खरीद रखा है।

 

 

अक्षय टैबू सब्जेक्ट पर सबसे ज्यादा फिल्में करने वाले बॉलीवुड एक्टर हैं। इसकी शुरुआत फिल्म टॉयलेट, एक प्रेमकथा से हुई थी, जिसमें गांव में टॉयलेट न होने की परेशानियों पर रोशनी डाली गई है। 2018 में अक्षय ने फिल्म पेडमैन में लक्ष्मीकांत चौहान नाम के एक सोशल एक्टिविस्ट का रोल प्ले किया, जो गांव की लड़कियों के लिए सस्ते सैनिटरी पेड बनाते हैं। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म OMG 2 भी सेक्स एजुकेशन पर बनी है।

9 सितंबर 1967। अक्षय कुमार का जन्म, पंजाबी हिंदू फैमिली में अमृतसर, पंजाब में हुआ। असली नाम था राजीव हरि ओम भाटिया। उनके पिता हरि ओम भाटिया आर्मी ऑफिसर थे। कुछ समय बाद उनका परिवार दिल्ली के चांदनी चौक आकर बस गया। बचपन से ही अक्षय को पढ़ाई में रुचि नहीं थी, हालांकि वो स्पोर्ट्स में अच्छे थे। 12वीं के बाद अक्षय ने आगे की पढ़ाई करने से इनकार कर दिया, तो पिता ने भी उनके फैसले की सराहना की। उन्होंने ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हासिल किया था।

 

 

अक्षय कुमार मार्शल आर्ट सीखना चाहते थे, लेकिन मिडिल क्लास परिवार के लिए इसका खर्च उठा पाना मुश्किल था। उस समय भारत के पास बैंकॉक सबसे सस्ता देश था, तो पिता ने अक्षय को मार्शल आर्ट सीखने वहीं भेजा। भारत से बैंकॉक की टिकट उस वक्त 22,000 रुपए थी, लेकिन उनके परिवार के पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी। ऐसे में पिता ने 18,000 रुपए उधार लेकर अक्षय के लिए बैंकॉक की टिकट ली थी।

करीब 5 साल बैंकॉक में गुजारने के बाद किसी जान पहचान वाले की मदद से अक्षय को मुंबई के मेट्रो गेस्ट हाउस के रेस्टोरेंट में वेटर का काम मिल गया। दिनभर वो वेटर बनकर काम करते थे और शिफ्ट खत्म होते ही सड़क किनारे थाई बॉक्सिंग की प्रैक्टिस किया करते थे। रेस्टोरेंट के ऊपर ही उन्हें एक कमरा मिला था, जिसमें वो करीब 4-5 होटल में काम करने वालों के साथ रहते थे।

 

 

कुछ समय बाद अक्षय कोलकाता की एक ट्रैवल एजेंसी में काम करने लगे। पैसे कमाने की ललक थी, तो अक्षय को जो भी काम मिलता वो उसे करने लगते थे। कुछ समय बाद वो ढाका जाकर शेफ बन गए। एक दिन उनसे किसी ने कहा कि कुंदन जूलरी बेचने में अच्छा मुनाफा मिल सकता है, तो वो मुंबई की मोहम्मद अली रोड में जूलरी बेचने लगे। कई बार तो उन्होंने फ्रंटियर मेल ट्रेन में भी जूलरी बेची है। इनसेअक्षय महीने में 5-6 हजार रुपए तक कमा लेते थे।

एक दिन अक्षय करीब 5 हजार रुपए के कपड़े और जूलरी लेकर फ्रंटियर मेल ट्रेन में चढ़े थे। जैसे ही ट्रेन चंबल से गुजरी तो उसमें डाकुओं ने हमला कर दिया। उनके पास बंदूकें थीं और वो लोगों का सामान लूट रहे थे। जैसे ही अक्षय ने उन डाकुओं को पास आते देखा तो वो सोने की एक्टिंग करने लगे। डाकू पास आए और उन्होंने उनका सारा सामान लूट लिया। अक्षय डर गए कि कहीं शोर मचाने पर वो उन्हें गोली ना मार दें, ऐसे में वो सीट पर बैठकर रोते रहे।

कुछ समय बाद अक्षय दिल्ली लौट आए और यहां उन्होंने मार्शल आर्ट ट्रेनिंग देना शुरू कर दी। उनके एक स्टूडेंट के पिता मॉडलिंग कोऑर्डिनेटर हुआ करते थे। उन्होंने अक्षय को देखकर मॉडलिंग करने की सलाह दी, क्योंकि वो बेहद हैंडसम हुआ करते थे। उन्होंने खुद अक्षय को एक फर्नीचर शोरूम के ऐड में काम दिलवाया था।

 

अक्षय को मॉडलिंग का कोई अनुभव नहीं था। वो शोरूम गए और उन्हें सोफे पर बैठाया गया। उनके पास एक फीमेल मॉडल आई और उन्होंने इंस्ट्रक्शन के अनुसार पोज देना शुरू कर दिया। दो दिन के शूट में चंद तस्वीर क्लिक करवाने पर उन्हें 21 हजार रुपए दिए गए, जबकि वो महीनेभर की मेहनत के बाद सिर्फ 6 हजार ही कमा पाते थे। चेक मिलते ही अक्षय ने मॉडलिंग से ही कमाई करने का फैसला किया।

मॉडलिंग करते हुए अक्षय कुमार सेलिब्रिटी फोटोग्राफर जयेश शेठ के लिए लाइटमैन बनकर काम करने लगे। गोविंदा, संगीता बिजलानी और जैकी श्रॉफ जैसे कई सेलेब्स उनके स्टूडियो आते थे और फोटोशूट के दौरान अक्षय लाइट पकड़े खड़े रहते थे।

 

एक दिन गोविंदा का फोटोशूट पूरा होने के बाद अक्षय शाम को उन्हें तस्वीरें दिखाने पहुंचे थे। अक्षय तस्वीरें दिखा ही रहे थे कि गोविंदा ने उन्हें गौर से देखा और कहा, चिकना है, हीरो क्यों नहीं बनता। हीरो बन हीरो।

गोविंदा की ये बात अक्षय ने सीरियसली ले ली और स्टार्स को देखते हुए थोड़ा बहुत एक्टिंग का गुर सीखने लगे।

अक्षय का जुनून देखकर फोटोग्राफर जयेश ने उनका मुफ्त में एक पोर्टफोलियो बनाया। पोर्टफोलियो की शूटिंग जुहू इलाके में हुई थी। एक पोज के लिए फोटोग्राफर के कहने पर अक्षय एक दीवार पर चढ़ गए। जैसे ही तस्वीर क्लिक हुई, तो गार्ड ने उन्हें देख लिया और उन्हें वहां से भगाने लगा। गार्ड ने कहा कि दीवार से दूर हटो, ये प्राइवेट प्रॉपर्टी है। अक्षय को बुरा लगा और वो वहां से उतर गए। संयोग ऐसा है कि आज वही दीवार अक्षय कुमार के घर की है। अक्षय ने वो तस्वीर आज भी संभाल कर रखी है।

 

मॉडलिंग करते हुए अक्षय को एक दिन मुंबई से बैंगलोर जाना था। कोऑर्डिनेटर ने उनसे कहा था कि उनकी अगले दिन 6 बजे की फ्लाइट है। अक्षय कुमार जल्दी उठे और सुबह करीब सवा 5 बजे एक्सरसाइज करने लगे। इतने में ही उनके पास कोऑर्डिनेटर का कॉल आया। वो कॉल पर चिल्ला रहा था। उसने कहा, तुम बेहद अनप्रोफेशनल हो और तुम कभी काम नहीं कर सकोगे। तुम्हारी फ्लाइट 6 बजे थी और तुम आए ही नहीं।

अक्षय को उनकी गलती का एहसास हो गया। उन्हें लगा था कि फ्लाइट शाम 6 बजे की होगी, लेकिन वो सुबह 6 बजे की थी।

अक्षय कॉल पर गिड़गिड़ाए कि वो बाइक से निकल रहे हैं और समय पर एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। वो तुंरत बाइक से निकले, लेकिन अफसोस उनके पहुंचने से पहले ही फ्लाइट जा चुकी थी।

 

अक्षय उदास होकर घर पहुंचे। दिल बहलाने के लिए वो तैयार होकर शाम को टहलते-टहलते नटराज स्टूडियो पहुंच गए। शाम के करीब सवा 5 बजे थे कि उन्हें स्टूडियो में मेकअप आर्टिस्ट नरेंद्र दादा मिल गए। नरेंद्र दादा ने उन्हें देखा और पूछा, क्या हीरो बनने आए हो? अक्षय ने हां कहा तो उन्होंने अक्षय का पोर्टफोलिया लिया और कहा, मैं अंदर दादा को दिखाकर आता हूं। दरअसल, नरेंद्र दादा उस समय पॉपुलर प्रोड्यूसर प्रमोद चक्रवर्ती की कंपनी के मेकअप आर्टिस्ट थे।

प्रोड्यूसर प्रमोद चक्रवर्ती ने तस्वीरें देखने के बाद अक्षय को केबिन में बुलाया। कुछ देर उन्होंने तस्वीरें देखीं और कुछ देर अक्षय को। तसल्ली से देखने के बाद प्रमोद चक्रवर्ती ने अक्षय से कहा, तस्वीरें अच्छी हैं, मैं तुम्हारे साथ 3 फिल्में बनाऊंगा। क्या तुम हीरो बनोगे?

 

 

 

जाहिर है अक्षय ने हां ही कहा था। उन्होंने तुरंत चेक साइन किया और अक्षय के हाथों में थमा दिया। वो चेक 5001 रुपए का था। ये इत्तेफाक ही था कि उस वक्त शाम के 6 बजे थे और उन्होंने सुबह 6 बजे ही फ्लाइट छोड़ी थी। अगर अक्षय वो फ्लाइट ले लेते तो शायद वो हीरो नहीं बनते। 1991 की फिल्म सौगंध से अक्षय ने फिल्मों में एंट्री ली और 1992 की फिल्म खिलाड़ी से पहचान हासिल की।

1991 की फिल्म सौगंध से डेब्यू करने के बाद अक्षय ने उसी साल एक और फिल्म डांसर की। अगले साल 1992 में उनकी 3 फिल्में खिलाड़ी, मिस्टर बॉन्ड और दीदार रिलीज हुई। आगे उन्होंने 1993 में 5 और 1994 में 11 फिल्में दीं। तब से लेकर आज तक अक्षय कुमार सालाना कम से कम 3 फिल्में देते हैं। 32 साल के करियर में अक्षय कुमार 132 फिल्मों में नजर आ चुके हैं।

 

 

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.