विदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के ‘भारत मंडपम’ में G-20 समिट में आए वर्ल्ड लीडर्स का स्वागत किया। मोदी जिस जगह मेहमानों का स्वागत कर रहे थे, वहां बैकग्राउंड में कोणार्क मंदिर का सूर्य चक्र बना हुआ था।
जब बाइडेन वहां पहुंचे तो मोदी ने स्वागत किया। बाइडेन की नजर चक्र पर पड़ी तो PM उनका हाथ पकड़कर सूर्य चक्र के बारे में बताने लगे। बाइडेन भी उनकी बात सुनते नजर आए।
दो दिन के इस समिट में ऐसे और मोमेंट्स रहे, जिनकी चर्चा हो रही है। जैसे मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को गले लगाया। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज की आंख पर लगी चोट को लेकर उनका हालचाल जाना। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव पहुंचे, तो मोदी ने आगे बढ़कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
एक दिन पहले शुक्रवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता सुनक ने ब्रिटिश काउंसिल हेडक्वार्टर में एक स्थानीय स्कूल के कुछ बच्चों के साथ कुछ बिताए। उनसे बातचीत की और फुटबॉल भी खेली।
ओडिशा के कोणार्क चक्र को 13वीं शताब्दी के दौरान राजा नरसिम्हादेव-प्रथम के शासन के समय बनाया गया था। यह भारत के राष्ट्रीय ध्वज में नजर आता है। इसमें 24 तीलियां हैं। यह भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक है। यह समय का प्रतीक है, जो कालचक्र के साथ-साथ प्रगति और परिवर्तन को दर्शाता है।
एक दिन पहले शुक्रवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता सुनक ने ब्रिटिश काउंसिल हेडक्वार्टर में एक स्थानीय स्कूल के कुछ बच्चों के साथ कुछ पल बिताए। उनसे बातचीत की और फुटबॉल भी खेली।