लगातार बारिश से लखनऊ में बिगड़े हालात, जलभराव की स्थिति का जायजा लेने निकलीं मेयर

 

राजधानी लखनऊ सहित यूपी के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए लखनऊ के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर दिया है।

वहीं, आम शहरवासियों के लिए मौसम विभाग द्वारा जारी भीषण बिजली कड़कने और भारी वर्षा के मद्देनजर अनावश्यक घरों से न निकलने का निर्देश जारी किया गया है। मौसम विभाग ने भीषण बिजली कड़कने की संभावना भी जाहिर की है।

 

 

प्रशासन ने जारी निर्देश में कहा है कि असुरक्षित भवनों व पेड़ो के संपर्क में आने से बचें। जनपदवासियों को अपने घरों में रहने की सलाह दी जाती है। सतर्क रहें, सुरक्षित रहे। वहीं, मौसम विभाग ने लखनऊ, बाराबंकी, गोंडा, लखीमपुर खीरी , हरदोई और सीतापुर में आंधी तूफान का रेड अलर्ट जारी किया है।

वहीं, मेयर सुषमा खर्कवाल ने शहर में जलभराव की स्थिति को देखते हुए मोर्चा संभाल लिया है और खुद जलभराव क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए निकल पड़ी हैं। उन्होंने निर्देश दिया है कि पूरे लखनऊ में जलमग्न स्थिति को देखते कर्मचारी युद्ध स्तर पर जुटें। वह जानकीपुरम के सेक्टर डी मनकामेश्वरमें निरीक्षण करने पहुंचीं।

 

 

लखनऊ में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण सड़कों व घरों में जलभराव हो गया है। बादल छाए हुए हैं। आज सप्ताह का पहला दिन होने के बावजूद सड़कों पर ज्यादा यातायात नहीं है।
मूसलाधार बारिश को देखते हुए मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब अधिकारियों संग फील्ड पर निकलीं और शहर में विभन्न स्थानों पर हुए जलभराव का जायजा लिया। उन्होंने नगर निगम के उपस्थित संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

 

 

पंपिंग स्टेशन मुंशीपुलिया, जानकीपुरम विस्तार, रिवर कॉलोनी व इंदिरा नगर आदि विभिन्न स्थानों पर मंडलायुक्त ने अधिकारियों संग पहुंच कर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। पंपिंग स्टेशन जानकीपुरम क्रियाशील होने पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि पंपिंग स्टेशन व नालों में पॉलिथीन एकत्रित न होने पाये साथ ही संबंधित अधिकारी फील्ड में भ्रमणशील होते हुए सीवर चोक की स्थिति न उत्पन्न होने दें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश  के दृष्टिगत संबंधित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से  राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नज़र रखें। आपदा से प्रभावित लोगों को अनुमन्य राहत राशि का अविलंब वितरण करें।

 

 

मुख्यमंत्री ने यह निर्देश भी दिए हैं कि जल भराव की स्थिति में जल निकासी के लिए प्रभावी प्रबंध किए जाएं।  नदियों के जल स्तर की सतत निगरानी की जाए। फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर शासन को आख्या उपलब्ध कराई जाए तक प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जा सके।

 

 

 

 

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