राजस्थान में क्या 15 सितंबर से नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल?, हड़ताल से लोग परेशान; पंपों पर लोग छोड़ गए गाड़ियां

 

 

राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पंप की हड़ताल ने आम जनजीवन को ठप कर दिया है। हड़ताल के पहले दिन वाहन चालक एक पंप से दूसरे पंप तक परेशान होते नजर आए। कुछ लोग पंपों के बाहर ही गाड़ी छोड़ गए।

वहीं, आज और कल पेट्रोल पंप बंद होने से सरकार को भी करीब 40 करोड़ के राजस्व का नुकसान होगा। इधर ऑपरेटर्स ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 15 सितंबर से वे अनिश्चतकालीन हड़ताल करेंगे।

 

 

सीकर निवासी सुशील कुमार सैनी ने बताया कि दासा की ढाणी फाटक के पास उनकी स्कूटी का पेट्रोल खत्म हो गया था। वह दासा की ढाणी फाटक के पास से करीब 3 किलोमीटर दूर सिहोटिया पेट्रोल पंप तक अपनी स्कूटी को घसीटकर लाए। लेकिन, उन्हें यहां भी पेट्रोल नहीं मिला। ऐसे में वह अपनी स्कूटी को अब पेट्रोल पंप पर खड़ी करके जा रहे हैं। शाम 6 बजे पेट्रोल मिलने के बाद ही वह स्कूटी को लेकर जाएंगे।

 

 

अजमेर में पंप संचालकों ने सुबह 10 से पेट्रोल पंप बंद कर दिए है। अजमेर सहित जिले में 225 पेट्रोल पम्प शाम 6 बजे तक बंद रहेंगे। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी अशोक जयसिंघानी ने बताया कि संचालकों के इस निर्णय से रोजाना 50 लाख के राजस्व का सरकार को नुकसान होगा। इधर, पुष्कर निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि वह अजमेर जेएलएन अस्पताल में भर्ती अपने परिजन को देखने आया था। इस दौरान पेट्रोल खत्म हो गया और पेट्रोल के लिए वह परेशान हो रहा है। लेकिन, उसे पेट्रोल नहीं मिल रहा है।

 

 

कोटा में भी पेट्रोल डीलर एसोसिएशन ने 10 बजे बाद जिले के सभी 250 पम्प बंद कर दिए है। शहर के 48 पेट्रोल डीजल व सीएनजी के पंपों में सप्लाई बंद कर दी है। हड़ताल पर चले जाने से पेट्रोल पंप पर सुने सुने नजर आए। वहीं सिलेंडर लेकर आ रहे युवक की बाइक का रास्ते मे पेट्रोल खत्म हो गया। पेट्रोल पंप पर मना किया तो धक्के मार बाइक को ले जाना पड़ा।

इसी तरह चित्तौड़गढ़ के 140, टोंक के 154 और बीकानेर में जिले में भी 120 से ज्यादा पेट्रोल पंप बंद है। इन पर केवल इमरजेंसी सेवा ही चालू रखी गई है।

 

 

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन का कहना है कि पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से राजस्थान में बिक्री घटी है। एसोसिएशन का दावा है कि बिक्री नहीं होने से राजस्थान में पिछले 3 साल में 270 पम्प बंद हो चुके हैं। कई पम्प बिकने की कगार पर भी हैं।

पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे सुनीत बगई कहते हैं कि पड़ोसी राज्यों ने अपना कार्टल बनाया हुआ है। उनके बीच पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 1 से 2 रुपए से ज्यादा का अंतर नहीं है।

 

 

 

वहीं राजस्थान में यह अंतर 11 से 16 रुपए तक है। ऐसे में अगर वैट कम हो तो राजस्थान में पेट्रोल 16 रुपए तक और डीजल 11 रुपए तक सस्ता हो सकता है।

ऐसे में राजस्थान में पेट्रोल लगभग 97 रुपए और डीजल 90 रुपए के आसपास पहुंच सकता है।

 

 

 

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