स्पोर्ट्स। चीन के हांगझू में इसी महीने होने वाले एशियन गेम्स के लिए भारतीय मेंस फुटबॉल टीम का ऐलान हो गया है। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने बुधवार (13 सितंबर) को 18 सदस्यीय मेंस टीम की घोषणा की।
एशियन गेम्स में फुटबॉल की U-23 टीमों के मुकाबले ही होंगे। जिसमें सभी टीमों के 3 ही सीनियर खिलाड़ी हिस्सा ले सकेंगे। इससे पहले जब 1 अगस्त को 22 सदस्यीय भारतीय टीम शॉर्टलिस्ट हुई तब 3 सीनियर खिलाड़ी शामिल थे। सीनियर खिलाड़ियों में संदेश झिंगन, गुरप्रीत सिंह संधू और सुनील छेत्री थे, लेकिन अब केवल छेत्री को जगह मिली है।
टूर्नामेंट में 23 टीमें हैं, जिन्हें छह ग्रुप में बांटा गया है, ग्रुप ए, बी, सी, ई और एफ में प्रत्येक में चार टीमें हैं, जबकि ग्रुप डी में तीन टीमें हैं। भारत की मेंस टीम को ग्रुप ए में मेजबान चीन, बांग्लादेश और म्यांमार के साथ रखा गया है।
एशियन गेम्स इसी साल 23 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच चीन के हांगझू में होंगे। भारत ने एशियन गेम्स (1951 और 1962) में 2 गोल्ड मेडल जीते हैं। टीम 1970 में एक ब्रॉन्ज मेडल भी जीत चुकी है।
क्रोएशियाई कोच इगोर स्टिमैक के नेतृत्व में नेशनल टीम ने SAFF चैंपियनशिप जीतकर एक बार फिर फीफा रैंकिंग में टॉप-100 क्लब में प्रवेश किया है।
भारतीय मेंस और विमेंस फुटबॉल टीम को एशियाड के लिए भारत सरकार ने विशेष अनुमति दी है। भारतीय टीम को 2018 के एशियाड में खेलने की अनुमति नहीं मिली थी। खेल मंत्रालय का नियम कहता है कि टीम इवेंट में केवल एशिया टॉप -8 रैंक में शामिल टीमों को ही जाने की अनुमति मिलेगी। आखिरी बार टीम ने 2014 के एशियाड में हिस्सा लिया था।
गुरमीत सिंह, धीरज सिंह, सुमित राठी, नरेंद्र गहलोत, अमरजीत सिंह कियाम, सैमुअल जेम्स, राहुल केपी, अब्दुल रबीह, आयुष देव छेत्री, ब्रायस मिरांडा, अजफर नूरानी, रहीम अली, विंसी बरेटो, सुनील छेत्री, रोहित दानू, गुरकीरत सिंह और अनिकेत जाधव।