‘मेरी आंखों के सामने वो चाकू रहा मारता, मैं कुछ कर न सका’; आलोक के भाई ने बयां किया दर्द

 

शाहजहांपुर के कटरा में मंगलवार तड़के असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक कुमार गुप्ता की चाकू से गोदकर हत्या ने उनके परिजनों को हिला दिया। छोटे भाई प्रशांत ने बताया कि उनकी आंखों के सामने ही बदमाश आलोक पर चाकू से वार कर रहा था, मगर वह देखने के सिवा कुछ न कर सके। उन्होंने प्रॉपर्टी के विवाद में हत्या की आशंका जाहिर की है।

घायलों में सबसे ज्यादा चोट आलोक की पत्नी खुशबू उर्फ सोनम के आई। बरेली शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के बाद परिजन उन्हें हालत गंभीर देखकर हायर सेंटर के लिए रेफर कराकर ले गए। प्रशांत, उनकी पत्नी रुचि और पिता सुधीर के हाथ पर भी चाकू के जख्म हैं। कपड़ों पर जमे खून के निशान बर्बरता की कहानी कह रहे हैं।

 

 

 

प्रशांत ने बताया कि वर्ष 2009 में उनके भाई अतुल गुप्ता की हत्या हुई थी। उनका शव रेलवे ट्रैक पर मिला था। पुलिस ने इसे हादसा मानते हुए फाइल बंद कर दी थी। उन्होंने बताया कि उनकी एक दुकान को लेकर कुछ लोग आपत्ति कर रहे थे, उसका केस भी चला।

बाद में उन्होंने उसे एक ब्लॉक प्रमुख को बेच दिया। जमीन खरीदने वालों से उनका कोई विवाद नहीं, मगर उनका परिवार कई लोगों की आंखों में खटकता था। उन्हें यही लगता है कि पकड़े गए शख्स को हत्या के लिए ही भेजा गया था। उन लोगों की उससे कोई पुरानी रंजिश नहीं और न ही वे लोग उसे जानते हैं।

 

 

 

आईजी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया। अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता लगा है कि चारों बदमाश चोरी के इरादे से घर में घुसे थे।
उस वक्त कुछ गिरने की आवाज हुई तो आलोक जाग गए। आरोपियों ने आलोक हमला कर दिया। आलोक चीखे तो परिवार से लेकर पड़ोसी तक जाग गए। शायद खुद के घिरने की खुन्नस में हमलावर ने आलोक की हत्या कर दी।

 

 

शाहजहांपुर के मीरानपुर कटरा के मोहल्ला बाजार के एक मकान में मंगलवार तड़के घुसे बदमाशों ने असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक गुप्ता (36) की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। विरोध पर परिवार के छह लोगों को चाकू घोंपकर घायल कर दिया। मौके से पड़ोसियों ने एक बदमाश शाहबाज को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया।
देर शाम न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाते वक्त दरोगा की पिस्टल छीनकर भागे शाहबाज को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। आलोक गुप्ता शाहजहांपुर शहर के नजदीक सन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में कार्यरत थे। मंगलवार तड़के करीब तीन बजे बदमाश दीवार फांदकर घर में घुसे।

 

 

आवाज सुनकर जागे आलोक को देखकर बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। चाकू के कई वार होने से वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए। चीख सुनकर अन्य परिजन भी वहां आ गए। बदमाशों ने आलोक की पत्नी खुशबू गुप्ता उर्फ सोनम, छोटे भाई प्रशांत गुप्ता, उनकी पत्नी रुचि गुप्ता, पिता सुधीर गुप्ता और आलोक की बेटी अंबिका (6) व बेटे (4) को भी चाकू मारकर घायल कर दिया।
शोरशराबा होने पर मोहल्ले के लोग जाग गए। भागने की कोशिश कर रहे बदमाश शाहबाज को मोहल्ले के लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि बाकी साथी भाग गए। पुलिस घायलों को सीएचसी और फिर बरेली के एक प्राइवेट अस्पताल ले गई। वहां पहुंचने तक आलोक की मौत हो चुकी थी। इसकी सूचना पर कस्बे के व्यापारियों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने दुकानें बंद कर हंगामा शुरू कर दिया।

 

 

 

मौके पर पहुंचे आईजी डॉ. राकेश सिंह और एसपी अशोक मीणा का घेराव भी किया। वहीं पोस्टमार्टम के बाद शाम को आलोक का शव पहुंचने पर हाईवे जाम किया। इस बीच पुलिस ने खुशबू गुप्ता की तहरीर पर सगीर खां और शाहबाज समेत 10 बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके मुताबिक, डकैती के इरादे से घुसे बदमाशों ने हत्या कर दी।

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने कटरा सीएचसी पर शाहबाज का मेडिकल कराया। वहां से पुलिस टीम उसे न्यायालय में पेश करने के लिए आगे बढ़ गई। पुलिस के मुताबिक, कटरा से करीब पांच किलोमीटर आगे बतलइया गांव के पास पहुंचने पर सड़क पर एक गाय सामने आ गई।

 

 

उसे बचाने में पुलिस की गाड़ी की रफ्तार धीमी हुई, तभी शाहबाज दरोगा की पिस्टल निकालकर भागा और हाईवे किनारे एक खेत में छिप गया। वहां पहुंची पुलिस पर फायरिंग की। जवाब में चलाई गई गोली लगने से घायल शाहबाज को पुलिस तिलहर सीएचसी ले गई। वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

 

 

 

 

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