फतेहपुर। स्थायी/अस्थयी गौ-आश्रय स्थलो में संरक्षित गौवंशो के भरण पोषण के अनुश्रवण सम्बन्धी बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने गौआश्रय स्थलो में संरक्षित गौवंशों के भरण पोषण (हरा चारा, दाना, चुनी, चोकर, भूषा आदि) की और गौवंशो के भरण पोषण हेतु डीबीटी प्रक्रिया की अद्यतन स्थित को जाना और कहा कि गौवंशो के भरण पोषण की पर्याप्त व्यवस्था बनाए रखे। उन्होंने कहा कि जिन गौशालाओं में अतिरिक्त शेड की आवश्यकता है उसको चिन्हित करते हुए नियमानुसार कार्यवाही करते हुए शेड बनवाया जाय, जिससे कि ज्यादा से ज्यादा निराश्रित गौवंशो को संरक्षित किया जाय। गौशालाओं में हरे चारे की बुआई हेतु जो जमीन सम्बद्ध है, में हरा चारा की बुवाई नहीं हुई है वहा बुआई कराने के निर्देश संबंधितों को दिए। जनपद में 07 अस्थयी निर्माणाधीन गौशालाओं का निरीक्षण करने के निर्देश जिला विकास अधिकारी को दिए साथ ही रिपोर्ट से अवगत भी कराएं। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जिन प्रभारी पशु चिकित्साधिकारियो के क्षेत्र में कृत्रिम गर्भाधान की स्थित ठीक नही है, से स्पष्टीकरण लेने के साथ ही कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ाने के निर्देश दिए। गौशालाओं में वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार हो गई है उनका बिक्री कराई जाय और स्वयं सहायता समूह की महिलाओ का भुगतान समय से किया जाय। एलएसडी व अन्य टीकाकरण जो पूरे नही हुए है, को पूरा करा लिया जाय। मुख्यमंत्री सहभागिता योजनांतर्गत ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को दुधारू गाय दी जाय और निगरानी भी बनाए रखे। जनपद में जनपद में पशुओं के स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओ के लिए जो 08 मेडिकल वैन क्रियाशील है उन पर परस्पर निगरानी बनाए रखे साथ ही पशुओं के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता के साथ कार्य करे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, उप जिलाधिकारी सदर प्रभाकर त्रिपाठी, उप जिलाधिकारी बिंदकी मनीष कुमार, उप जिलाधिकारी खागा नन्द प्रकाश मौर्य, जिला विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंद्रौल, परियोजना निदेशक डीआरडीए शेषमणि सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 नवल किशोर सचान, जिला पंचायत राज अधिकारी उपेन्द्र राज सिंह, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद सदर, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी सहित संबंधित उपस्थित रहे।