इंद्र जैसे अनेक राम जैसा कोई नहीरूआचार्य

-श्रीराम कथा मे अहिल्या उद्धार प्रसंग सुन श्रोता भावविभोर
फतेहपुर। विकास खंड मलवा के शिवराजपुर मे चल रही नव दिवसीय श्रीराम कथा मे मानस मराल आचार्य राकेश पांडेय ने छठवे दिवस श्रीराम की बाल लिलाओ और अहिल्या उद्धार की कथा सुनाई तो पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूँज उठा। उन्होंने कहा राम नाम लेने से व्यक्ति का कल्याण हो जाता है।राम नाम आसान है कलयुग मे नाम जाप से ही मुक्ति संभव है। गोस्वामी जी ने लिखा है कलयुग जोग न जग्य न ज्ञाना,एक आधार राम गुण गाना। उन्होंने आगे मुनि विश्वामित्र के साथ दोनों राजकुमारो के मिथिला जाने का प्रसंग सुनाया। गीत संगीत के संग उन्होंने मुनि श्राप जो दीन्हा अति भल कीन्हा परम अनुग्रह मैं माना…के संग अहिल्या उद्धार की कथा सुनाई। कहा आज कलयुग में इंद्र जैसे अनेक हैं लेकिन प्रभु राम जैसा कोई नहीं हैं। कहा तक प्रशासन एक नारी के चरित्र की रक्षा करे। भारत के पुराणों में नारी का स्थान देवी तुल्य हैं।हमे नारी का सम्मान करना चाहिए और नारी को चाहिए की वह अपने चरित्र की रक्षा करने को सक्षम बने। भारत की नारी ऐसी रही जिसके कोख से भगवान तक ने अवतार लिया है। कथा में युवा विकास समिति के प्रवक्ता आलोक गौड़ ने पहुँचकर व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। व्यवस्था संभालने वालो मे धनंजय द्विवेदी, दीपक त्रिपाठी, भुल्लन दुबे, अवधेश त्रिपाठी, सुनील शुक्ला, प्रदीप तिवारी, विवेक द्विवेदी, शालिग्राम दीक्षित, बच्चन द्विवेदी, सूरज त्रिपाठी, राजकिशोर द्विवेदी, पवन शुक्ला, सूरज सिंह, आलोक त्रिपाठी, पप्पू सिंह, बृजराज सिंह मौजूद रहे।

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