मौदहा सीएचसी से रेफर होकर जिला महिला अस्पताल आई थी महिला
हमीरपुर। मौदहा कस्बे के सीएचसी से रेफर होकर आई गर्भवती महिला की देर रात हालत बिगड़ गई और सुबह 6:45 बजे के आसपास उसकी मौत हो गई। इससे परिजन भड़क गए और उन्होंने जमकर हंगामा काटा। अस्पताल में हंगामें की खबर मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
मौदहा कस्बा निवासी मो.मुशर्रफ की 23 वर्षीय पत्नी शाहीन को बुधवार की शाम प्रसव पीड़ा हुई तो पति उसे लेकर मौदहा सीएचसी पहुंचा, वहां चेकअप के बाद शाहीन को जिला महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रात करीब 9.30 बजे शाहीन को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात उसकी हालत बिगड़ गई और सुबह करीब 6:45 बजे उसकी मौत हो गई। इससे परिजन भड़क गए और उन्होंने जमकर हंगामा काटा। अस्पताल में हंगामा की खबर मिलते ही कोतवाली पुलिस पहुंची। जिसके बाद परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया।
मृतका के परिजनों ने सीएमओ से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। मृतका की मां रेहाना बेगम ने बताया कि शाहीन के इलाज में लापरवाही बरती गई है। उसका पहला बच्चा था। मौदहा से रात में लेकर आए थे। यहां ड्रिप लगाकर इंजेक्शन लगाए गए। उसी के बाद से हालत बिगड़नी शुरू हो गई। कई बार रात में स्टाफ को बताया भी गया, मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया और सुबह होते-होते उसकी मौत हो गई। परिजनों ने सीएमओ से शिकायत कर कार्रवाई कराए जाने की बात कही है। उधर सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी ने बताया कि शाहीन को यहां बेहद गंभीर हालत में लाया गया था। वह जटिल गर्भावस्था से गुजर रही थी। उसका प्राइवेट में भी परिजनों ने उपचार कराया था, मगर कोई भी कागज मांगने पर नहीं दिखाया। डॉ.प्रतीक्षा सिंह ने शाहीन का चेकअप किया था। जिसमें उसका ब्लड प्रेशर हाई था और उसे झटके भी आ रहे थे। जिसे कानपुर ले जाने की सलाह दी गई थी, लेकिन परिजन यहीं प्रसव कराए जाने की बात कहने लगे। उनकी टीम ने सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उपचार शुरू किया, लेकिन दुर्भाग्य से उसे बचाया नहीं जा सका। किसी भी किस्म की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।