जैन मंदिरों मे दशलक्षण महापर्व के पांचवें दिन भक्ति के साथ किया गया पूजन

 

व्यूरो संजीव शर्मा

कल यानी रविवार को मनाया जायेगा सुंगध दशमी महापर्व

न्यूज वाणी इटावा-दशलक्षण महापर्व के त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म के दिन श्री प्राचीन पंचायती मंदिर पंसारी टोला मे प्रातःकाल श्रीजी अभिषेक और शांतिधारा पीले वस्त्र धारण इंद्र द्वारा किया गया इसके महिलाएं और पुरूषों के भक्ति के साथ पूजन किया गया जिसमे महिलाओं और पुरूषों ने बढचढकर हिस्सा लिया नशिया जी सराये शेख बरहीपुरा, फूलनदेवी डांडा, लालपुरा करनपुरा, नयाशहर चौगुर्जी आदि जैन मे कार्यक्रम का आयोजन चल रहा है सांयकाल श्रीजी भक्ति के साथ महाआरती और कार्यक्रम किये गये है। कल यानी दिन रविवार को सुंगध दशमी का पूजन किया जायेगा। नीता जैन से बताया कि एक श्रीमति नाम की एक महिला ने एक मुनिराज पर अविनय कर दिया था, निंदा करने से उसे मरकर भैंस, गधिया, सुकरी बनने के बाद पुनः स्त्री जाति में जन्म मिला, वह भी कोढ़ी बदबूदार इसलिए उसका नाम दुर्गंधा हुआ। उसके शरीर इतनी र्दुगंध आती थी कि उसके पास कोई खड़ा नही होता था फिर वो एक मुनिराज के पास गई मुनिराज ने उसे कहा कि तुमने एक मुनि की निंदा की थी आप भाद्रमाह के दशमी के दिन सुंगधदशमी का वृत रखो तो आपके शरीर से दुर्गन्ध समाप्त हो जायेगी, नियम का पालन किया,इसलिए सुंगध दशमी मनाई जाती है। लवली व्यूटी पॉर्लर से जैन धर्म समाज सेवी लवली जैन ने बताया कि सुगंध दशमी का वृत बडा महत्व माना गया सभी महिलाओं को इस दिन वृत्त रहना चहिये। श्वेता जैन ने बताया कि दशलक्षण पर्व साल मे तीन बार आते है लेकिन शुक्ल पक्ष भादो माह मे ही सुंगधदशमी का वृत रखा जाता है। श्रृद्धा जैन ने बताया कि सुंगध दशमी वृत महिलाएं के लिये ही नही होता है ये वृत सभी लोग रख सकते है

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