ह्रदय की हिफाजत हर हाल में हो

 
विश्व ह्रदय दिवस पर आयोजित की गई कार्याशाला
 
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कार्यशाला का आयोजन कराया
हमीरपुर। विश्व ह्दय दिवस पर लोक निर्माण विभाग की ओर से आयोजित कार्यशाला में जिला चिकित्सालय के आयुष विंग, योग वेलनेस सेंटर के योग प्रशिक्षक  डा.बृजेश कश्यप ने विभिन्न योग कराए। बताया कि ह्रदयघात की समस्या आम होती जा रही हैं। पूर्व राषट्रपति अब्दुल कलाम, कानपुर के राजू श्रीवास्तव जैसे बहुत सारे लोगों को अचानक ह्रदयघात के  कारण जान गंवानी पड़ी। ह्रदय को  स्वस्थ बनाए रखने वाले योग, आयुर्वेद, लाइफस्टाइल, आहार, एक्यूप्रेशर, प्राकृतिक चिकित्सा, घरेलू बनौषधि के बारे में प्रेक्टिकल के साथ प्रर्दशन व जानकारी दी गई। उन्होंने ह्रदयघात और उच्च रक्तचाप के मुख्य कारण मोटापा, शराब, सिगरेट, अधिक नमक प्रयोग, वंशानुगत, ओवर वर्कलोड, तनाव, पोटेशियम की कमी, गलत खानपान, मधुमेह, निष्क्रिय जीवनशैली, बढ़ती उमर बताया। कहा छाती में दर्द, शीरदर्द, थकाहट लगना, धुंधला दिखना, असमान्य हार्टबीट, पसीना आना, कंधों में दर्द, सीने में जलन, श्वास लेने में परेशानी ह्रदयघात और उच्च रक्तचाप के लक्षण होते हैं। सभी लोगों को इसके प्रबंधन के उपाय में डॉक्टर के द्वारा वैकल्पिक चिकित्सा की बात कही गई। कहा योग चिकित्सा में विष्णु आसन, मकरासन, किसान आसन, बाल सुलभ आसान, चंद्रभेदी प्राणायाम, भामरी प्राणायाम, सहज प्राणायाम, सीतली सीत्कारी प्राणायाम, नाडीशोधन, शवासन, ध्यान, योगनिद्रा, क्लैपिंग थेरेपी, लाफिंग थेरेपी करें। आहार चिकित्सा पर केला, तरबूज, कीवी, लौकी का जूस, डार्क चॉकलेट, उबली सब्जी, दुगधापन की सलाह दी। प्राकृतिक चिकित्सा में स्पाइन बाथ (रीढ़ स्नान), फूल बड़ी मिट्टी लेप, मॉर्निंग वॉक, गौमूत्र, काऊ काडलिंग (गाय को गले लगाना) बताया। वहीं आयुर्वेद चिकित्सा में आमल की चूर्ण, सर्पगंधा चूर्ण, ब्राह्मी वटी, सर्पगंधा क्वाथ, चंद्र प्रभा वटी, त्रिफला चूर्ण, प्रबल पिष्टी, सी बैकथॉन का सेवन करना बताया। एक्यूप्रेशर मर्म चिकित्सा में क्षीपार मर्म, कूपर मर्म, पेरीकार्डियम प्वाइंट 6,एल ई 11 प्वाइंट, एल यू 7 प्वाइंट, ब्लू कलर ऑन फिंगर करना बताया। डा.कश्यप ने घरेलू बनौषधि में किसमिस का प्रयोग करने की सलाह दी। तो दालचीनी, अजवाइन पानी, उबली कद्दू की सब्जी, सेहद और लहसुन का प्रयोग, गुनगुना पानी सेहाद और नींबू का मिक्स प्रयोग करें। कहा ऊषापान नियमित करना, सुबह नियमित घूमने निकलें, ज्यादा आलस्य नहीं करें, नियमित योग अभ्यास करें, संतुलित आहार, बीच बीच में वजन व रक्तचाप जांच कराएं। ऑफिस पॉलिटिक्स से बचें, फ्राइड फूड, अतिरिक्त नमक, शराब, सिगरेट, देर रात तक जागना घातक है। कार्यशाला में पीडब्ल्यूडी के बाबू बृजेश, सतीश, नीरज सहित करीब 100 लोग उपस्थित रहे।
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