मौदहा ।बीते चार दिन पहले कस्बे के प्रतिष्ठित मदरसे में एक शिक्षक द्वारा एक नेत्रहीन हाफिज को पटक कर मारने का मामला थम नहीं रहा है हालांकि नेत्रहीन हाफिज द्वारा शिकायत करने से इनकार किया जा रहा है तो वहीं वायरल वीडियो के आधार पर मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है जिसके चलते रविवार को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने मदरसे पहुंच मामले की जांच की।
लम्बे समय से चल रहे प्रबंधन विवाद के साथ ही दो विभागों के बीच की कड़ी बना मदरसा मकतब रहमानिया इस बार उस समय सुर्खियों में आ गया जब मदरसे में एक नेत्रहीन हाफिज को एक शिक्षक द्वारा बेरहमी से पटक कर घसीटते हुए पीटने का वीडियो वायरल हुआ।वीडियो वायरल होते ही समाचार पत्रों की सुर्खियां बटोर चुके मदरसे में बेसिक शिक्षा अधिकारी आलोक सिंह ने मौके पर जाकर जांच की और मदरसे में रह रहे जिम्मेदार लोगों के बयान दर्ज किए साथ ही विभागीय कार्यवाही करने की बात कही थी।जबकि पीड़ित नेत्रहीन हाफिज ने किसी तरह की कार्यवाही करने से इनकार कर दिया था।जिसे लोगों ने हाफिज पर पड़ रहे दबाव के कारण कार्यवाही नहीं करने की बात भी कही थी।इतना ही नहीं सुर्खियों में आ चुके मामले को लेकर रविवार को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी हिमांशु अग्रवाल ने भी मदरसा पहुंच कर मामले की जांच की और लोगों के बयान दर्ज किए,हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि सबसे पहले तो यह बात सामने आती है कि मदरसे में अराजक तत्व कैसे आते हैं।बताते चलें कि मदरसा रहमानिया अनवारुल उलूम का प्रबंधन विवाद लम्बे समय से चल रहा है जो अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधीन है जबकि मकतब का संचालन अवामी इमदाद कमेटी द्वारा किया जाता है जिसके चलते मकतब में देररात तक अराजक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है और मकतब को राजनीति का अखाड़ा बना लिया गया है।इस सम्बंध में हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि यहाँ दो कमेटियां काम कर रही हैं हमने दोनों से बात की है सबसे पहले तो रात के समय असमाजिक तत्व मदरसे में कैसे आए।और एक रजिस्टर बनाया गया है जिसमें सभी की इंट्री की जाएगी।बाकी बीएसए द्वारा भी जांच की गई है कार्यवाही की जाएगी।