गंाधी प्रतिमा पर सीडीओ ने माल्यार्पण कर किया याद

फतेहपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 154वी जयंती (02 अक्टूबर) एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को बड़े धूमधाम, हर्षाेल्लास एवं सादगी से मनाया गया। इस अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने कलेक्ट्रेट में झंडारोहण कर अधिकारियो/कर्मचारियों को अहिंसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास की शपथ दिलाई । तत्पश्चात कलेक्ट्रेट स्थित गांधी मैदान में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, अम्बेडकर पार्क में डा0 भीमराव अम्बेडकर एवं महात्मा बुद्ध जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया, के अलावा अपर जिलाधिकारी(वित्त/राजस्व) विनय कुमार पाठक, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप, अपर उपजिलाधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी सहित अनेक अधिकारियो/कर्मचारियों ने मल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किये। कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने महात्मा गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर मल्यार्पण किया और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। उन्होंने अधिकारियो/कर्मचारियों से कहा कि आप सरलता एवं सहजता को दृष्टिगत रखते हुए कार्य को चुनौती के साथ कार्य करे। उन्होंने कहा कि पटलो से संबंधित कार्य को कराने के लिए दूर दराज से आने वाली जनता आती है मृदुल भाषा का प्रयोग करते हुए कार्य को नियमानुसार करे, तभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने उक्त महापुरुषों के जन्मदिवस पर समस्त अधिकारियो/कर्मचारियों को बधाई दी। अपर जिलाधिकारी(वित्त/राजस्व) विनय कुमार पाठक ने कहा कि देश के दो महान विभूतियों को जयंती मना रहे है, गांधी जी का मुख्य उद्देश्य सत्य, अहिंसा, प्रेम के साथ जीवन व्यतीत किया जाय तभी देश और प्रदेश का विकास होगा और आप में भाईचारा बना रहेगा। अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि महात्मा गांधी जी ने देश को स्वतंत्रता दिलाने में अगुवाई करके देश को आजादी दिलाई। उन्होंने कहा कि हम सब लोगो को संविधान के दायरे में रहकर अपने अपने दयित्यो का निर्वाहन करना चाहिए। स्वच्छता पखवाड़ा चल रहा है के तहत अपने घरों व आस पास की साफ सफाई करे ताकि अनेक प्रकार की बीमारियों से बचा जा सके। वरिष्ठ कोषाधिकारी ने कहा कि गांधी जी दक्षिण अफ्रीका जाकर सत्य, अहिंसा एवं प्रेम का प्रचार किया, के उपरांत भारत लौटकर स्वतंत्रता के आन्दोलन को आगे बढ़ाया और बेरोजगारी, कुटीर उद्योग, स्वराज्य की स्थापना की और स्वच्छता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कई आंदोलन चलाकर लोगो को जागरूक कर आजादी दिलाने का काम किया और देश का बटवारा हुआ जिसे स्वीकार नहीं किया। हमे गांधी जी और शास्त्री जी के बताए हुए मार्ग पर चलकर कार्य करे।

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