फतेहपुर। शहर में स्वास्थ विभाग के रहमों करम पर चल रहे अवैध अस्पतालो में लोगों के मरने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। विभाग के हाँथ पर हाँथ धरे बैठे रहने से शहर में खुलेआम मौत की दुकाने संचालित हो रही है। मंगलवार को शहर के एक अवैध अस्पताल में झोलाछाप के इलाज से एक अधेड की मौत हो गई। मौत के बाद अस्पताल संचालक और स्टाफ भाग खड़े हुए। मृतक के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। मामले की शिकायत पुलिस से की। कोतवाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हथगाम थाना क्षेत्र के अकबरपुर चौराई निवासी हरिकेश कुमार ने बताया की पिता सूरज पाल की रविवार को तबियत ख़राब हो गई। उन्हें इलाज के लिए शहर लेकर आए जहाँ एक नर्स के माध्यम से शान्तिनगर स्थित संगम हेल्थ केयर सेंटर में सोमवार की सुबह भर्ती किया गया। अस्पताल के संचालक ने उन्हें बेहतर इलाज करने का आश्वासन दिया। इलाज के लिए 60 हजार रुपयों की मांग की। उन्होंने रुपया अस्पताल संचालक को दे दिया। जिसके बाद पिता का इलाज शुरू किया गया। इलाज के बाद पिता की हालत और बिगड़ गई। संचालक से रेफर करने को कहा तो उन्होंने बताया की दो दिन में सही हो जाएंगे परेशानी की कोई बात नहीं है। मंगलवार की दोपहर पिता की मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल संचालक और स्टाफ अस्पताल छोड़कर भाग गए। पुत्र ने आरोप लगाया की अस्पताल संचालक ने इलाज में लापरवाही बरती जिसके चलते उनके पिता की मौत हो गई। अस्पताल का न तो रजिस्ट्रेशन है और ना ही यहां पर प्रशिक्षित डॉक्टर है। संचालक और स्टाफ इलाज कर रहा था। उन्होंने बताया की अस्पताल में बोर्ड संगम हेल्थ केयर सेंटर का लगा हुआ है लेकिन पर्चा राम हेल्थ केयर सेंटर का दिया गया है। देर शाम पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील किया है। सीएमओ ने बताया कि अस्पताल को सील किया गया है संचालक को नोटिस दी गई है कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर काटा हंगामा
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को किया सील