इजरायल में फंसे हर एक भारतीयों की वतन वापसी के लिए केंद्र सरकार का ऑपरेशन विजय शुरू कर दिया है। भारतीय समयानुसार आज सुबह लगभग 6 बजे भारतीयों की पहली खेप का स्वागत करने के लिए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। इस दौरान भारतीय नागरिकों ने खुशी में जोर-जोर से वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए गए।
नई दिल्ली। इजरायल में हमास के हमले के बाद देश के हालात काफी बिगड़े हुए हैं। वहां फंसे हर एक भारतीयों की वतन वापसी के लिए केंद्र सरकार का ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू कर दिया है। इस ऑपरेशन के तहत 212 भारतीयों की पहली खेप लेकर विशेष विमान इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे से पहली फ्लाइट दिल्ली पहुंच चुकी है।
‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के लगे नारे
इजरायल से 212 भारतीय नागरिकों को लेकर आ रही पहली उड़ान में यात्रियों ने खुशी में जोर-जोर से ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए गए। भारतीय समयानुसार आज सुबह लगभग 6 बजे भारतीयों की पहली खेप का स्वागत करने के लिए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। इजरायल से वापस आए भारतीय छात्रों ने कहा कि वे बयां नहीं कर सकते हैं कि पिछले कुछ दिनों में वे किस दौर से गुजरे हैं और उन्हें घर आकर कितना सुकून मिला है। सरकार इजरायल में फंसे अन्य लोगों को वापस लाने के लिए और अधिक उड़ानें चलाएगी। मालूम हो कि 18,000 से अधिक भारतीय इजरायल में हैं और 6,000 से अधिक लोगों ने घर वापसी के लिए भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराया है।
भारत सरकार को ‘शुक्रिया’
इजरायल से लौटे एक भारतीय नागरिक ने कहा, “पहली बार हमने वहां इस तरह की स्थिति का सामना किया है। हमें वापस लाने के लिए हम भारत सरकार, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुत आभारी हैं। हम जितनी जल्दी हो सके शांति की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि हम जल्द से जल्द काम पर वापस जा सकें।”
‘हम भारत आकर खुश हैं’
इजरायल से लौटे एक अन्य भारतीय नागरिक ने कहा, “मैं तेल अवीव में भारतीय दूतावास को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने हमारा समर्थन किया। हमने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया और प्रक्रिया बहुत आसान थी। ऑपरेशन बेहतरीन है, हम भारत वापस आकर बहुत खुश हैं।”
भारतीय ने जताई खुशी
इजरायल से लौटे एक दूसरे भारतीय नागरिक ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “जब यह सब शुरू हुआ तो, हम दूसरे दिन से ही भारत सरकार के संपर्क में थे। वे व्हाट्सएप ग्रुप पर सक्रिय थे और हमारे संपर्क में थे। वे हमारे साथ सहयोग कर रहे थे, सभी सुविधाएं मुहैया करा रहे थे।”