कैनाल की नहरों की साफ सफाई का काम हुआ पूरा
मौदहा । केन नदी से संचालित बैजेमऊ लिफ्ट कैनाल किसानों को पलेवा का पानी देने के लिए तैयार हो रही है। इसे दशहरे तक चालू कर दिया जाएगा। 12 किमी लंबी नहरों के जरिए 11 हजार हेक्टेयर भूमि की सिंचाई इस कैनाल से करने का लक्ष्य है। यह काम तभी संभव होगा जब कैनाल को अनवरत बिजली आपूर्ति जारी रखी जाएगी। इस पंप कैनाल का अलग बिजली पावर स्टेशन है। लेकिन कुछ समय पहले ही इसकी मुख्य लाइन से पत्योरा नमामि गंगा पेयजल प्लांट को जोड़ दिया गया है। जिससे अब इस नहर के संचालन में बिजली की कमी आडे आ सकती है।
मौदहा तहसील के पूर्वी क्षेत्र में सिसोलर की छानी पंप कैनाल के बाद इसी के निकट केन नदी पर ही बैजेमऊ पंप कैनाल स्थापित है। इससे इस बीहड़ी क्षेत्र के कई गांवों के सैकड़ों किसानों की 11000 हेक्टेयर भूमि को पानी मिलता है। इससे क्षेत्र के किसानों की उपज में कई गुना वृद्धि हुई है। इस समय पलेवा का पानी देने के लिए पंप कैनाल की नहरों की सफाई के साथ ही व्यवस्थाएं विभाग युद्ध स्तर पर ठीक करने में लगा है। अवर अभियंता संजय कुमार यादव ने बताया कि कैनाल पूरी तरह तैयार है। सफाई कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। वह किसानों की मांग के अनुसार दशहरे के पूर्व पलेवा का पानी रोस्टर के अनुसार नहरों में देना शुरू कर देंगे। उन्होंने दावा किया कि यदि उनके पंप कैनाल में बना बिजली पावर स्टेशन में बिजली कटौती और फाल्ट से प्रभावित नहीं हुआ तो वह क्षमता के अनुसार अपने किसानों की रबी फसल की भूमि को पानी देने के लिए कटिबंध हैं। हालांकि नमामि गंगा के तहत पत्योरा में बने पेयजल प्लांट की बिजली भी इसी लाइन से ली जा रही है। जबकि उनकी लाइन सिर्फ इसी कैनाल की है। जो उनके लिए बनाई गई अलग लाइन है। अब नई व्यावस्था से बिजली प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है।