न्यूज़ वाणी
ब्यूरो मुन्ना बक्श
अतर्रा/बांदा| पन्द्रह अक्टूबर को जानकी देवी पत्नी अतुल कुमार कुशवाहा उम्र करीब 22 वर्ष निवासी रज्जू कुशवाहा का पुरवा बल्लान थाना अतर्रा जनपद बांदा को सुबह प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतर्रा लाया गया जहां महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया इसके पश्चात तुरंत सीएचसी स्टॉफ ने लापरवाही दिखाते हुए महिला को घर जाने के लिए डिस्चार्ज कर दिया लगभग 11:00 बजे के आसपास परिजन महिला को लेकर के अपने घर गए | घर पहुंचने के बाद लगभग 1:00 बजे के आसपास महिला के पेट में अचानक पीड़ा होने लगी जिस पर पुनः परिजनों द्वारा 1:30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतर्रा में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया|
महिला के परिजनों ने सीएचससी अतर्रा के में तैनात डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों ने जानबूझकर महिला को डिस्चार्ज कर दिया जबकि नियम यह है कि अगर प्रसव अस्पताल में होता है तो लगभग एक दिन तक तो अस्पताल में ही महिला को रहना होता है | लेकिन डॉक्टरों ने अपना पीछा छुड़ाते हुए समय से पहले महिला को डिस्चार्ज किया जिसके कारण ही उसकी मौत हो गई परिजनों ने महिला की मौत का आरोप सीएचसी के डॉक्टर पर लगाया है |