शमशाद के लिए मैंने अपने पति की करी हत्या: वो मुझे उससे मिलने से रोकता था; इसलिए रास्ते से हटाया

 

 

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के रहने वाले भाजपा नेता प्रेम मोहन खरवार 4-5 दिन से अपने घर से गायब थे। परिवार वालों को लग रहा था कि किसी काम से बाहर गए हैं। क्योंकि पहले भी घर में बिना बताए ऐसे काम से बाहर जाते रहे हैं। लेकिन इस बार प्रेम मोहन कहीं बाहर नहीं गए थे, बल्कि उनकी हत्या कर दी गई थी।

इस बात का खुलासा तब हुआ, जब परिवार को उनका शव एक जंगल में पड़े मिलने की सूचना मिली। प्रेम मोहन की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी पत्नी बिंदु ने की थी। गांव के रहने वाले शमशाद अली से अफेयर होने के चलते बिंदु ने अपने पति को रास्ते से हटा दिया। इसमें उसने भी शमशाद का पूरा साथ दिया।

 

 

पुलिस को 13 अक्टूबर को प्रेम मोहन के पिता ने बेटे की हत्या की जानकारी दी थी। उन्होंने बहू और उसके प्रेमी पर हत्या करने का शक जाहिर किया था। उन्होंने ये भी बताया था, दोनों इस समय गांव से लापता हैं। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को किसी दूसरे गांव से हिरासत में ले लिया था। सोमवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दोनों पर हत्या का केस दर्ज किया है। दोनों को जेल भेजा गया है।

बिंदू ने बताया, ”प्रेम से मेरी शादी को 10 साल हो चुके हैं। शादी के कुछ साल तक तो सब कुछ सही था, लेकिन उसके बाद प्रेम ज्यादा समय घर पर नहीं रहते थे। बिना बताए घर से कहीं भी चले जाते थे। मैं पूछती, तो मेरे ऊपर चिल्लाते। कहते, अपने काम से मतलब रखो। तुम मुझसे नहीं पूछ सकती, मैं कहां था और कब घर आऊंगा।”

 

 

”अपने पति के मुंह से ये सब बातें सुनकर मुझे बहुत दुख होता था। वो मुझसे ज्यादा मतलब नहीं रखते थे। बच्चे होने के बाद भी उनके अंदर कोई सुधार नहीं आया। मैं भी उनसे अब बार-बार सवाल नहीं करती थी। घर के काम में ही हमेशा लगी रहती।

मैं गांव की औरतों के साथ घर का सामान लेने बाजार जाया करती थी। लगभग डेढ़ साल पहले की बात होगी। बाजार में मेरी पहली बार मुलाकात शमशाद से हुई थी। वो वहीं कहीं पर काम करता था। वो मेरे पड़ोस वाले गांव का रहने वाला था।”

 

 

”धीरे-धीरे हमारी अक्सर मुलाकात होने लगी। वो मेरे गांव भी आने लगा। मैं भी बहाने से उसके गांव जाया करती। बाजार में भी हम लोग मिलते। वो मेरे लिए अक्सर कुछ न कुछ लाया करता था। शमशाद से मिलकर मुझे अच्छा लगता था। मुझे काफी दिन बाद पता चला कि वो मुझसे 6 साल छोटा है। मैं 30 की हूं और वो 24 का है, लेकिन इस बात का हमारे ऊपर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा।”

”अपने पति के घर पर नहीं होने पर मैं उससे मिलने जाती थी। एक बार तो गांव के एक बुजुर्ग ने हमें साथ में देख लिया था। मेरे पति नेता हैं, उनकी वजह से सब लोग मुझे भी जानते हैं। वो बुजुर्ग मेरे घर में ये बात बता दिया था।

 

 

तब झूठ बोल कर मैं किसी तरह बच पाई थी। मैंने बोल दिया था कि चक्कर आने की वजह से वो मुझे घर छोड़ने आ रहा था। उसके बाद से हम लोग छुपकर मिला करते थे। लेकिन एक दिन मेरे ससुर ने मुझे फिर उसके साथ देख लिया।”

उन्होंने ये बात मेरे पति को बता दी। उन्होंने तब मुझे बहुत पीटा था। कई दिनों तक तो घर से बाहर भी नहीं निकलने दिया था। खाना भी नहीं दिया था। लेकिन मुझे फिर से जैसे ही मौका मिला तो मैं फिर से शमशाद से मिलने चली गई। धीरे-धीरे ये बात पूरे गांव में फैल गई। सबको मेरे और शमशाद के बारे में पता चल गया। सब लोग मेरे बारे में उल्टी सीधी बातें बोलते, लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता था।

 

 

”मेरे पति ने भी मुझे कई बार रोका, शमशाद के पास जाने से मना किया। इन लोगों ने शमशाद को भी धमकाया था। मैं हमेशा के लिए उसके पास जाना चाहती थी। साथ ही मैं रोज-रोज की रोक-टोक से भी परेशान हो गई थी। जिसके बाद ही हम दोनों ने मिलकर प्रेम की हत्या करने का प्लान बनाया। मैंने शमशाद के लिए उसको मारने की सोची। बस हम लोग एक मौके की तलाश में लगे थे। क्योंकि प्रेम रात में घर में कम ही रुकते थे।”

”लेकिन 8 अक्टूबर को जब वो घर आए तो रात में घर में ही रुकने की बात मुझे बताई। ये बात मैंने फोन पर शमशाद को दे दी। मैंने और प्रेम ने रात में परिवार के साथ खाना खाया। उसके बाद कुछ देर ससुर से बात करने के बाद प्रेम कमरे में सोने चले गए। मैं इसी समय का इंतजार कर रही थी। मैंने शमशाद को घर के अंदर बुला लिया। उसके बाद कमरे के बाहर से कुल्हाड़ी उठाकर ले आई।”

 

 

 

पहले हम लोगों ने चेक किया कि कोई जग तो नहीं रहा है। उसके बाद उसी कुल्हाड़ी से प्रेम की गर्दन पर कई वार कर दिए। कुल्हाड़ी लगते ही प्रेम की गर्दन से खून निकलने लगा। वो वहीं तड़प रहा था। कुछ देर बाद शमशाद ने चेक किया तो उसकी मौत हो गई थी। हम लोग उसको एक कपड़े में लपेटे। उसके बाद पूरा कमरा साफ किया। घर में जहां-जहां खून दिखा वो सब साफ कर दिया।”

फिर शमशाद की गाड़ी से प्रेम का शव घर से 8 किलोमीटर दूर ले गए। वहां एक जंगल में उसकी लाश फेंक दी। फिर खून से सनी कुल्हाड़ी वहीं एक कुएं में फेंक दी, फिर वापस आ गए। घर पर एक बार फिर से सफाई की, कपड़े बदले और वहां से भाग गए। हम लोग दूसरे गांव में कुछ दिन के लिए छुपने गए थे। फिर हम लोग वहां से बाहर जाने वाले थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने हमें पकड़ लिया।”

 

 

 

मामले में एसपी ने बताया की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों अपना जुर्म कबूल कर लिया है। शमशाद और बिंदु का एक-दूसरे से रिलेशन था। जिसमें बिन्दु का पति मृतक प्रेम मोहन खरवार बाधक था। दोनों ने योजना बनाकर जब प्रेम सो रहा था तब कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर उसके शव को घर से करीब 8 किमी दूर जंगल में फेंक दिया था। उसके बाद फरार हो गए थे। दोनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

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