आगरा के टेढ़ी बगिया स्थित सनबैक्स फार्मेसी और खेरिया मोड से पकड़े गए हॉकर के पास से जब्त दवाएं जांच में नकली निकली हैं। औषधि विभाग ने प्रतिबंधित दवाओं को जांच के लिए भेजा था। इसमें 9 नमूनों में से 7 फेल हुए हैं। संचालक और हॉकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है। इसके संचालक ने औषधि निरीक्षकों पर वसूली के लिए झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए शिकायत भी की थी।
सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि 26 जुलाई को खेरिया मोड़ चौराहे से दवाओं से भरा बैग के साथ हॉकर हाशिम को पकड़ा था। बैग से अल्प्राजोलम की 3540 टैबलेट मिली थीं। इसने ये दवाएं टेढ़ी बगिया के सनबैक्स फार्मेसी से खरीदने की बात कही। यहां जांच में मेडिकल स्टोर से 28 हजार रुपये की 9 तरह की दवाएं जब्त की थीं। हॉकर के बैग से जब्त दवाओं की कीमत 98 हजार रुपये थी। इन दोनों से जब्त दवाओं में से 9 के नमूने लिए थे, जिसमें से 7 नकली मिले हैं।
सनबैक्स फार्मेसी के संचालक समालुद्दीन उर्फ सादिक ने औषधि निरीक्षक नवनीत कुमार और कपिल शर्मा पर वसूली के लिए फंसाने का आरोप लगाया था। समालुद्दीन का आरोप था कि औषधि निरीक्षक ने मेडिकल स्टोर में घुसते ही सीसीटीवी कैमरे बंद करा दिए। बैग से निकालकर प्रतिबंधित दवाएं मेडिकल स्टोर में रख दीं और झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दोनों औषधि निरीक्षक कैमरे बंद कराते और दवाएं रखते भी दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग भी की है।