सुमेरपुर। वर्णिता संस्था के तत्वावधान में महान क्रांतिकारी अशफाकउल्ला खान की जयन्ती मनाई गई। संस्था के अध्यक्ष डा भवानीदीन ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये कहा कि अशफाक सही अर्थों मे देश के सच्चे सपूत थे। इनका जन्म 22 अक्टूबर 1900 को शाहजहांपुर में शफीकउल्ला के घर हुआ था। पं.रामप्रसाद बिस्मिल से परिचय होने पर वह समर्पित क्रांतिकारी बन गये थे। काकोरी ट्रेन कांड में अशफाक उल्ला का स्मरणीय योगदान रहा। काकोरी कांड के सिलसिले में 40 देशभक्तों पर मुकदमा चला। चार को फांसी की सजा हुई। जिसमें 19 दिसंबर 1927 को अशफाकउल्ला,रामप्रसाद बिस्मिल,रोशन सिंह व राजेन्द्र लाहिड़ी को फांसी पर लटका दिया गया। कार्यक्रम में अवधेश कुमार गुप्ता एडवोकेट, रमेशचंद्र गुप्ता,अशोक अवस्थी,दिलीप अवस्थी,आयुष शिवहरे व रमेश कुशवाहा आदि शामिल रहे।