UN अफसरों को वीजा नहीं देगा इजराइल: हमास बोला- इजराइल को हमला करने से रोके अमेरिका-यूरोप

 

विदेश:  इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का आज 19वां दिन है। इस बीच UN में इजराइल के एम्बेसडर गिलाद इरदान ने बताया है कि इजराइल UN अधिकारियों को वीजा नहीं देगा। इरदान ने बताया- हमने पहले ही मानवीय मामलों के अधिकारी मार्टिन ग्रिफिथ्स को वीजा देने से इनकार कर दिया है।

दरअसल, इजराइल UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस के बयान से नाराज हैं। मंगलवार को गुटेरेस ने कहा था- फिलिस्तीनी इस जंग में जो सह रहे हैं, उसके बावजूद भी हमास के हमलों को सही नहीं ठहराया जा सकता। इसी तरह हमास के हमलों की सजा सभी फिलिस्तीनियों को मिलना भी सही नहीं है।

 

 

गुटेरेस के इस बयान के बाद इजराइली प्रतिनिधि ने उनके इस्तीफे की मांग की थी। अमेरिका ने भी कहा कि वो अभी सीजफायर के समर्थन में नहीं है, क्योंकि इससे हमास को ही फायदा होगा। इससे पहले इजराइली सेना ने मंगलवार रात को सीरिया के मिलिट्री बेस पर हमले किए।

सीरिया ने कहा है कि इसमें उनके 8 सैनिकों की मौत हुई है। IDF ने बताया है कि सीरिया की तरफ से गोलन हाइट्स में इजराइली समुदाय पर रॉकेट दागे गए थे, जिसके बाद उन्होंने ये कार्रवाई की।

 

 

अलजजीरा के मुताबिक, इजराइल ने मंगलवार को गाजा के खान यूनिस में रेड क्रिसेंट के हेडक्वार्टर और अल-अमल अस्पताल पर एयरस्ट्राइक की। यहां करीब 4 हजार फिलिस्तीनियों ने पनाह ले रखी है। हालांकि, इस हमले में कितने लोग मारे गए हैं, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।

वहीं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने कहा है कि फ्यूल की कमी के चलते गाजा के 6 हॉस्पिटल बंद करने पड़े हैं। इनमें एक हजार लोग डायलिसिस पर हैं, जबकि 130 प्रीमैच्योर बच्चे हैं। अगर हालात नहीं सुधरे तो ICU में मौजूद दूसरे अस्पतालों के मरीजों की जान जा सकती है।

 

 

 

गाजा में अब तक राहत सामग्री लेकर कुल 54 ट्रक पहुंचे हैं। परेशानी की बात यह है कि इनमें से किसी में भी फ्यूल नहीं था। दवाइयां और फूड आयटम्स के साथ ही पानी भेजा गया है। 250 ट्रक इस हफ्ते पहुंचेंगे, लेकिन इनमें पेट्रोल और डीजल भेजा जाएगा या नहीं, ये बात साफ नहीं है।

गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के हवाले से बताया है कि सोमवार और मंगलवार के बीच गाजा में 47 हवाई हमले हुए। इनमें 704 लोग मारे गए। यह आंकड़ा जंग शुरू के बाद से एक दिन में मारे गए लोगों के हिसाब से सबसे बड़ा है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रिफ्यूजी कैम्प और घरों को भी निशाना बनाया गया है।

 

 

इजराइल ने खुद माना है कि उसने एक दिन में 400 टारगेट्स हिट किए। खान यूनिस इलाके में एक गैस स्टेशन को तबाह कर दिया गया। हालांकि, इजराइल की तरफ से सिर्फ 47 लोगों के मारे जाने की बात कही गई है।

इजराइल की आर्मी ने मंगलवार को गाजा में कुछ पर्चे गिराए। इन पर लिखा था कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों का सुराग देने वालों को इनाम दिया जाएगा। अरबी भाषा वाले इन पर्चों पर लिखा था- इजराइली फौज आपकी हिफाजत और इनाम का वादा करती है। इसमें एक फोन नंबर के साथ टेलिग्राम, वॉट्सअप और सिग्नल मैसेज सर्विस के IDs भी दिए गए हैं।

 

 

इजराइल ने वेस्ट बैंक में 11 और लोगों को गिरफ्तार किया। यहां अब तक करीब 1300 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने क्षेत्र में रहने वाले अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए मिडिल-ईस्ट में सैनिकों और दो ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की तैनाती की घोषणा की है।

अमेरिका ने कहा- उन्हें पूरा विश्वास है कि अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले के लिए इजराइल जिम्मेदार नहीं है। इजराइल ने बताया- मंगलवार को हमास के कई लड़ाकों ने समुद्र के रास्ते इजराइल में घुसने की कोशिश की। सभी लड़ाकों को सेना ने मार गिराया है।

 

 

85 साल की योचेवेड लिफशिट्ज ने बताया कि जिस दिन उन्हें अगवा किया था। उस दिन लड़ाकों ने उन्हें छड़ी से मारा था। आतंकियों ने उनकी घड़ी और सारी ज्वेलरी ले ली। फिर खेतों से होते हुए मकड़जाल जैसी सुरंगों में ले गए।

आतंकियों ने उन्हें कहा कि वो कुरान में विश्वास करते हैं और उन्हें मारेंगे नहीं। उनके सुरंग में पहुंचने के कुछ 2-3 घंटों के बाद 4 और बंधकों को वहां लाया गया था। उनका इलाज करने के लिए वहां डॉक्टर को भी बुलाया गया था। लिफशिट्ज ने बताया- उन्होंने हमारी सारी जरूरतों का ध्यान रखा। हमें वही खाने के लिए दिया गया जो वो लोग खाते थे।

 

 

पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आपने रिहा होते वक्त आतंकियों से हाथ क्यों मिलाया। इस पर उन्होंने कहा कि हमारे साथ बुरा व्यवहार नहीं करने की वजह से।

अमेरिका ने कहा- इस बात की काफी संभावना है कि गाजा में जमीनी ऑपरेशन चलाने से इजराइल को मनचाहे नतीजे नहीं मिल पाएं। अमेरिका ने इजराइली अधिकारियों से कई मुलाकात की हैं। इसके बाद ये कहा है कि इजराइल अभी गाजा में जमीनी ऑपरेशन के लिए तैयार नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल सोमवार को ही गाजा में घुसकर अपना जमीनी ऑपरेशन शुरू करने वाला था।

 

 

 

वहीं, मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इजराइल पहुंचे। यहां वो PM नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान मैक्रों जंग रुकवाने के लिए अलग फिलिस्तीनी देश बनाने की मांग करेंगे। मैक्रों वेस्ट बैंक में इजराइली कब्जे को हटाने का भी मुद्दा उठाएंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने बंधकों को छोड़े जाने के हमास के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा- हमास पहले सभी बंधकों को रिहा करे उसके बाद ही सीजफायर पर बात की जाएगी। अमेरिकी सीनेटर जैक रीड ने कहा है कि इजराइल को गाजा में जमीनी सैन्य कार्रवाई कुछ वक्त के लिए टाल देनी चाहिए, ताकि हमास से बातचीत के लिए कुछ वक्त मिल सके।

 

 

 

रीड ने कहा- हम चाहते हैं कि गाजा में रहने वाले आम नागरिकों को नुकसान नहीं होना चाहिए। इसलिए इजराइल सरकार को सोचना चाहिए कि वो कुछ वक्त डिप्लोमैसी के लिए दे। इस जंग में बहुत कुछ तबाह हो चुका है। हमें आगे के नुकसान के बारे में सोचना चाहिए।

हमास ने इजराइली सेना के 2 बेस पर ड्रोन से हमला किया है। वहीं, इजराइली सेना ने गाजा की एक और मस्जिद पर हमला किया है। अब तक यहां 32 मस्जिद तबाह हो चुकी हैं। वहीं, गाजा में रेड के लिए घुसे इजराइली सैनिकों की पहली बार हमास के लड़ाकों के साथ भिड़ंत हुई है। बंधक बनाए इजराइलियों को ढूंढ़ने के लिए घुसे सैनिकों पर हमास ने एंटी-टैंक मिसाइल्स फायर कीं।

 

 

 

इस दौरान एक इजराइली सैनिक की मौत हो गई। हमास ने दावा किया है कि गाजा पट्टी में घुसे इजराइली सैनिक अपने टैंक और दूसरे मिलिट्री वाहन छोड़कर वापस भाग गए। गाजा शहर में रविवार को इजराइल की एयरस्ट्राइक में रोश्दी सैराज नाम के जर्नलिस्ट की मौत हो गई। गाजा में 7 अक्टूबर के बाद से अब तक कुल 19 जर्नलिस्ट्स मारे गए हैं। ये सभी फिलिस्तीनी मूल के थे। ‘कमेटी टु प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स’ ने भी सैराज के मारे जाने की पुष्टि की है। कुछ दिन पहले ‘रॉयटर्स’ के एक वीडियो जर्नलिस्ट की मौत हो गई थी।

7 अक्टूबर को इजराइल में हुए हमास के हमलों के बाद 13 परिवारों के 21 बच्चे अनाथ हुए हैं। इजराइल की वेलफेयर मिनिस्ट्री ने इसकी जानकारी दी। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इनमें से एक 4 साल की बच्ची है, जो फिलहाल हमास की बंधक है। एक बच्ची ऐसी है जिसकी मां की हत्या कर दी गई और पिता को बंधक बना लिया गया।

 

 

 

लेबनान की तरफ से इजराइल पर लगातार हमले हो रहे हैं। इजराइली सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, 22 अक्टूबर को लेबनान की तरफ से इजराइल के कम्युनिकेशन टावर पर हमला हुआ। वहीं, इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आज हिजबुल्लाह के 3 ठिकाने तबाह कर दिए।

इसके बाद अब हिजबुल्लाह के साथ इजराइल की जंग शुरू होने की आशंका बढ़ गई है। इजराइल-हमास जंग भी ऐसे ही शुरू हुई थी। हमास लड़ाकों ने ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए गाजा की सीमा पर लगे इजराइली सेना के सर्विलांस कैमरे और कम्युनिकेशन टावर तबाह कर दिए थे। इससे इजराइली सेना कमजोर पड़ गई थी और लड़ाके इजराइली सीमा में घुसने में सफल हुए थे।

 

 

 

इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जंग के खतरे को देखते हुए इजराइल ने लेबनान बॉर्डर से 13 गांवों को खाली करा लिया है। वहीं, लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने बताया कि 7 अक्टूबर से अब तक उनके 14 मेंबर मारे जा चुके हैं। हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया।

हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

 

 

 

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।

गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

 

 

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