न्यूज़ वाणी
संवाददाता ओमप्रकाश गौतम
अतर्रा/बांदा | ग्राम पंचायत तेरा ब, विकासखंड नारैनी की गौशाला से गोवंशों को अन्ना छोड़े जाने एवं गौशाला में गायों के खाने के लिए भूसा ,चारा,पानी न होने की खबर को दैनिक न्यूज़ वाणी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था | जिसका असर यह हुआ की मजबूरी में ही सही लेकिन पंचायत सचिव विंध्यवासिनी पटेल और ग्राम प्रधान पति रोहित प्रजापति कार्यवाही के भय से आखिरकार अन्ना घूम रहे गौवंशो को गौशाला में संरक्षित तो किया, लेकिन अभी भी गौशाला के अंदर जानवरों के पीने के लिए ना तो पानी की व्यवस्था है और ना ही चारा, भूसा की व्यवस्था है ,और ना ही हरे चारे का कोई इंतजाम है | गायों को गौशाला में रखा तो गया है लेकिन अगर यही हालात रहे तो भूख और प्यास से गौवांशो की मौत होगी या फिर से बिना किसी को बताए रात में गायों को अन्ना छोड़ दिया जायेगा | क्योंकि बगैर भूख और प्यास के कोई जीव भला कितने दिनों तक जिंदा रहेंगा | हमारे विश्वसनीय सूत्रों से हमें जानकारी हुई है कि विगत कई महीनो से लगातार सरकार द्वारा भेजे जा रहे धन को सचिव और प्रधान द्वारा ठिकाने लगाया जा रहा है और वह डीलरों द्वारा फर्जी भूसा का चेक बनाकर के कुछ उनका कमीशन देकर के 100 से 150 गायों को गौशाला में दिखा करके पैसा पास करा लेते हैं, और उस पैसे का बंदरबाट करके खा जाते हैं | कितने दुर्भाग्य की बात है जहां एक और उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा गोवंश संरक्षण के लिए हजारों करोड़ों रुपए के साथ-साथ अपने पूरे सरकारी तंत्र को लगा रखा गया है,की किसी तरह प्रदेश के अन्ना जानवरो को संरक्षित किया जा सके, लेकिन जिन जिम्मेदारों के माध्यम से अन्ना गोवंशों के संरक्षण के ख्वाब सरकार द्वारा देखे जा रहे हैं , उन्ही में से कुछ अधिकारियों द्वारा ऐसे कृत किया जा रहे हैं | जिसेसे सरकार भी बदनाम हो रही है और किसानों को भी खासी जहमत उठानी पड़ रही है |
बीडीओ नरैनी ने कहा है की शिकायत मिली है जांच कराई जा रही है सचिव को इंतजाम के लिए सहेजा गया है |