उत्तर प्रदेश उधोग व्यापार मन्डल की आवश्यक बैठक संपन्न हुई

 

न्यूज़ वाणी

ब्यूरो संजीव शर्मा

न्यूज़ वाणी इटावा उत्तर प्रदेश उधोग व्यापार मन्डल की आवश्यक बैठक व्यापार मन्डल के जिलाध्यक्ष अनन्त अग्रवाल के निवास पर हुई।
बैठक में उपस्थिति पदाधिकारियों ने खाद्य विभाग, जी एस टी विभाग व बिध्दुत विभाग के उत्पीडन पर चर्चा हुई।
बैठक में सबसे ज्यादा शिकायतें खाद्य विभाग द्वारा छोटे छोटे दुकानदारों के सेम्पल भरने के नाम पर, नया खाध्दपदार्थ लाइसेन्स बनबाने के नाम पर, रिन्यूअल कराने के नाम पर लगातार उत्पीडन जारी है।
अनन्त अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने व्यापारियों की सुविधा व भ्रष्टाचार से मुक्ति हेतु नया या रिन्यूवल लाइसेन्स कराने के लिये आनलाइन रिजिस्ट्रैशन की व्यवस्था दी है लेकिन व्यापारी व्दारा आनलाइन रजिस्ट्रैशन प्रक्रिया कराने पर भी विना बिभाग के चक्कर लगाये रजिस्ट्रैशन की प्रमाणित प्रति नही मिलती है। सरकार ने व्यापारियों की सुविधा हेतु पांच बर्ष का एक बार में रजिस्ट्रैशन कराने की सुविधा दी है लेकिन विभाग व्यापारी को एक बर्ष का ही रजिस्ट्रैशन कराने पर जोर देता है। जो व्यापारी इनकी धोंस मे या दबाब में नही आता है तो यह लोग उसकी फर्म पर सेम्पल भरने पहुंचकर उत्पीडन करते हैं।
अनन्त अग्रवाल ने रोष जाहिर करते हुऐ कहा कि खाद्दविभाग का इस्पेक्टर कपिल गुप्ता से व्यापारी बहुत ही परेशान है, जब यह जसवन्त नगर था तब वहां का व्यापारी इससे परेशान था। अब यह अधिकारी कपिल गुप्ता शहर के व्यापारियों को चैकिंग के नाम पर जबरदस्त उत्पीडन कर रहा है।
अनन्त अग्रवाल ने जिलाधिकारी से मांग की कि कपिल गुप्ता की कार्यशैली की गुप्त जांच करायें तथा इस सबकी आर्थिक स्थिति की भी जांच करायें। व्यापारी पर संन्देह की स्थिति में उसके प्रतिष्ठान और मकान व उसकी सम्पत्ति की जांच हो सकती है तो आम लोगों की मांग पर कपिल गुप्ता की भी जांच होनी चाहिऐ। खाद्दविभाग जबरदस्त अबैध कमाई में लगा है। जो लोग अबैध व्यापार कर रहे है उनकी महीना बन्दी है जो छोटे छोटे व्यापारी है या ईमानदारी से व्यापार कर रहे हैं उनके यहां ही बार बार सेम्पल भरने की कार्यवाही की जाती है। जिलाधिकारी खाद्य विभाग के इस्पेक्टर कपिल गुप्ता द्वारा किया जा रहा शोषण पर अंकुश लगाये और उसकी आर्थिक स्थिति की जांच करायें। बैठक में पदाधिकारियों ने दीपावली त्यौहार पर बाजारों की ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत रखने की मांग की। बैठक में यह भी मांग की गई कि मौके पर ही खाद्य विभाग के अधिकारियों पर जांच हेतु लेव मशीन हो जो मौके पर ही बस्तु के सेम्पिल की जांच कर सके।अभी व्यवस्था है कि सेम्पल भरने के बाद हफ्तों में उस बस्तु की लेव में जांच होती है ऐसी स्थिति में बस्तु खाद्य विभाग की मूल स्थिति वैसी नही रहती और सेम्पल फेल होना स्वभाविक हो जाता है। बैठक में यह भी मांग आई कि सरकार अभी तक खाद्य विभाग बिक्रेताओं जिनकआ बार्षिक टर्नओवर 12 लाख है उसकी सीमा बढाकर 40 लाख रुपये बार्षिक करे ताकि छोटे व्यापारी विभाग के उत्पीडन से बच सकें ।बैठक में – जिला महामंत्री सदाशिव श्रीवास्तव, जिला कोषाध्यक्ष रवि शंकर अग्रवाल, युवा प्रदेश सचिव सुनील जैन, जिला उपाध्यक्ष डा0 आशीष दीक्षित, जिला मंत्री मनीष गुप्ता, युवा जिला महामंत्री प्रत्यूष वर्मा, नगर महामंत्री राम मनोहर दीक्षित। बिशेष आमंत्रित सदस्य अरबिन्द दीक्षित आदि।

Leave A Reply

Your email address will not be published.