गिलाद एर्दान ने कहा- यहूदी बच्चों की हत्या पर दुनिया खामोश: ईरान का मकसद इजराइल-अमेरिका का खात्मा है
विदेश के शहर UN में इजराइल के अम्बेसडर गिलाद एर्दान ने कहा कि वर्ल्ड वॉर 2 के दौरान जब नाजियों ने यहूदी बच्चों की हत्या कर दी थी, तब पूरी दुनिया खामोश थी और आज जब फिर से इजराइल के बेरी और दूसरे शहरों में यहूदी बच्चों की हत्या हुई, तब भी दुनिया खामोश है। लेकिन जब भी आप मेरी तरफ देखेंगे तब आपको अपने चुप्पी पर शर्म आएगी।
एर्दान ने कहा- हमास नए जमाने का नाजी है। वो अमानवीय हिंसा करता है और यहूदियों को खत्म करना चाहता है। हमास इस समस्या का समाधान नहीं करना चाहता है। वो बातचीत में भी दिलचस्पी नहीं रखता। उसका एक ही मकसद है यहूदियों को मिटाना। हालांकि, हमास का लीडर इस्माइल हानिया हिटलर नहीं है। लोगों को मरवाने का असली जिम्मेदार हानिया नहीं बल्कि ईरान का सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई है।
एर्दान ने कहा- खामेनेई पूरी दुनिया पर राज करना चाहता है। वो इस क्षेत्र और इससे बाहर भी कट्टरपंथ शिया समुदाय का साम्राज्य बनाना चाहता है। अयातुल्लाह का शासन इस जमाने के नाजियों का शासन है। उनकी सेना में हमास, इस्लामिक जिहाद, हिजबुल्लाह, हूती जैसे जिहाद शामिल हैं। ये लोग इजराइल, अमेरिका और ब्रिटेन के खात्मे का नारा लगाते हैं।
गिलाद एर्दान सोमवार को UN में यलो रंग का स्टार पहने नजर आए। इस पर लिखा था नेवर अगेन। एर्दान ने कहा कि जब तक UN सिक्योरिटी काउंसिल हमास के हमले की निंदा नहीं करती तब तक मैं ये बैज पहने रखूंगा। यहां मौजूद कुछ लोग ये भूल चुके हैं कि UN का गठन क्यों हुआ था। वे पिछले 80 सालों में कुछ नहीं सीख पाए हैं।
एर्दान ने ये भी कहा कि UN की चुप्पी से दुश्मनों के हौसले बुलंद हुए हैं। उन्होंने बताया- UN जनरल असेंबली में उस प्रस्ताव की सराहना हुई जिसमें हमें हमारी रक्षा करने से रोकने की बात कही गई थी। UN चीफ ने यहां तक कहा कि वो नाजियों की तरफ से हुए जनसंहार को समझते हैं। दुश्मनों को अब ये समझ में आ गया है कि अगर वो यहूदी बच्चों की हत्या करेंगे तो भी दुनिया चुप ही रहेगी। ये बात उन्हें ऐसा करते रहने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
एर्दान ने बताया कि वर्ल्ड वॉर 2 के समय नाजी उनके दादा को पकड़कर ले गए थे। दादी और उनके 7 बच्चों को गैस चेंबर में भेज दिया गया था, लेकिन तब किसी ने कुछ नहीं कहा था। जब इन लोगों को हजारों यहूदी बच्चों के साथ जला दिया गया था तब भी दुनिया चुप थी, वैसे ही जैसे 7 अक्टूबर को हमास के नरसंहार के बाद सब चुप रहे।
एर्दान ने कहा- मेरे दादा की कहानी बीत चुके समय की एक डरावनी कहानी है। 3 हफ्ते पहले तक हम कहते थे कि ऐसा दोबारा नहीं होगा, लेकिन ये अब हो चुका है। एर्दान ने कहा कि अगर हिटलर का कोई ट्विटर अकाउंट होता तो ये वैसा ही दिखता जैसा खामेनेई का है।
अपने भाषण के आखिरी में इजराइली अम्बेसडर ने कहा- काउंसिल की खामोशी के बावजूद इजराइल अपनी रक्षा करता रहेगा। इजराइल के लोगों को तोड़ा नहीं जा सकता और वो देश छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। कई लोगों ने हमें तबाह करने की कोशिश की है, लेकिन इजराइल जरूर जीतेगा। हम हमास को कुचलकर अपने बंधकों को घर लेकर आएंगे।