न्यूज़ वाणी
ब्यूरो संजीव शर्मा
न्यूज़ वाणी सैफई / इटावा उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के न्यूरोसाइंस विभाग द्वारा वर्ल्ड स्ट्रोक डे मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं न्यूरोलाॅजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव, कुलसचिव डा0 चन्द्रवीर सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डा0 एसपी सिंह, न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 मोहम्मद फहीम, डा0 हनुमान प्रसाद प्रजापति, विभाग के चिकित्सक डा0 अशोक कुमार पाठक, डा0 संदीप यादव, डा0 अनुराग यादव, डा0 अभिषेक कुमार, डा0 सौरभ तिवारी, डा0 रिषभ यादव, डा0 संजय गुप्ता आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर डा0 सौरभ तिवारी द्वारा वर्ल्ड स्ट्रोक डे की थीम ‘टुगेदर वी आर ग्रेटर देन स्ट्रोक‘ पर विस्तार से व्याख्यान दिया गया। जिसमें कहा गया कि स्ट्रोक का उपचार संभव है और हम इसे हरा सकते हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि हाल के वर्षों में स्ट्रोक के मामले में तेजी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी समस्या है जिसकी चपेट में न केवल उम्रदराज लोग बल्कि युवा भी तेजी से आ रहे हैं।
प्रतिकुलपति एवं न्यूरोलाॅजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव ने कहा कि चेहरे का सुन्न होना, हाथ पैर का अचानक सुन्न होना या कमजोरी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक के लक्षण दिखने पर मरीज को तुरन्त चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता होती है।