तालाबों को लोगों की आस्था से जोड़ना होगा तभी उनमें जागरूकता आयेगी: सुमित शुक्ला

 

न्यूज़ वाणी

ब्यूरो मुन्ना बक्श

बांदा। शुक्रवार को ब्लॉक महुआ के सहेवा गांव के नवयुवकों ने समाजसेवी सुमित शुक्ला के नेतृत्व में मारताला नामक तालाब की सफाई की तथा प्रण लिया कि हम सब पुनः अपने तालाबों को स्वच्छ और सुंदर बनायेंगे आपको बताते चलें कि सहेवा गांव में समाजसेवी सुमित शुक्ला द्वारा तालाबों की साफ सफाई के लिए मुहिम शुरू की गई थी जिसे लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है किन्तु अभी भी कुण्ठित मानसिकता के लोग तालाबों पर कूड़ा कर्कट फेंकना और शौच करना अपना फैशन मानते हैं सुमित शुक्ला ने बताया है कि हमारे यहां के लगभग सभी तालाब मृतप्राय हो चुके हैं जिन्हें जीवित रखने की एक छोटी सी कोशिश है हम लोगों द्वारा पूर्व में लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से वृक्षारोपण भी किया गया किन्तु अन्ना गोवंश के चलते वह भी सफल नहीं हो सका सम्बंधित अधिकारियों द्वारा तालाबों को स्वच्छ और सुंदर बनाने की कोशिश होनी चाहिए किन्तु वह पूरी तरह निष्क्रिय है। प्रधानमंत्री जी द्वारा बार बार स्वच्छता पर ध्यान देने का आग्रह किया जा रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष बल देने की बात होती है अगर हम आज की बात करें तो तालाबों का पानी जहर समकक्ष हो गया है विशेष कर बस्तियों से लगे तालाबों का जिससे सैकड़ों लोगों को अस्पताल का मुख देखना पड़ता है।
समाजसेवी सुमित शुक्ला का कहना है कि जब हमनें मुहिम शुरू शुरू की थी तब उम्मीद नहीं थी कि लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे हम लोगों की कोशिश है कि सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें और तालाबों की साप्ताहिक आरती कार्यक्रम द्वारा उन्हें उनकी आस्था से भी जोड़ने का प्रयास होगा
वहीं ग्राम प्रधान अशोक कुशवाहा ने समाजसेबी सुमित शुक्ला द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए श्रमदान किया अशोक कुशवाहा ने बताया कि सुमित शुक्ला के प्रयासों से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ रही है अगर यही क्रम चलता रहा तो वह दिन दूर नही होगा जब तालाबों का पानी एक बार फिर पीने योग्य होगा किंतु यह कार्य किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि स्थानीय शासन प्रशासन और नवयुवकों का है। सबको इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए वहीं युवाओं ने जिला प्रशासन से मांग की कि तालाबों की स्थिति अति दयनीय है बस्ती से लगे तालाब कूड़ा कर्कट डालने शौच करने सहित बहुत सी अमानवीय कृत्य के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं जिससे लोग गम्भीर बिमारियों का शिकार हो रहे हैं और ऐसे तालाबों में अधिकारियों के हस्तक्षेप के बिना सफाई अभियान जैसे कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किए जा सकते अगर जिला प्रशासन ए सी से निकल कर ग्रामीण तालाबों का दौरा करें तो इनकी स्थिति में सुधार हो सकता है।
इस दौरान समाजसेवी सुमित शुक्ला सुभाष मिश्रा सत्यम शुक्ला पंचायत सहायक अजय कुशवाहा सुशील कुमार छोटू वर्मा अवधेश सुग्रीव पंकज अनिल वर्मा प्रशांत सहित दर्जनों युवा उपस्थित रहे

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