राखी बंधवाने भाई बना हैवान: प्रॉपर्टी के लालच में बहन को उतारा मौत के घाट; सूटकेस में रखकर जलाया शव

 

ग्रेटर नोएडा के रहने वाले मनीष ने जिस बहन से रक्षाबंधन पर राखी बंधवाकर उसकी उम्र भर रक्षा करने का वचन दिया था, प्रॉपर्टी के लालच में उसी बहन की बेरहमी से हत्या कर दी। यही नहीं बहन के शव को सूटकेस में रखकर जला भी दिया गया। पुलिस ने पूरी छानबीन के बाद आरोपी भाई और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

नोएडा के सदरपुर गांव के पूर्व प्रधान की पोती मनीषा उर्फ मिनी की हत्या उसके सगे भाई ने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने मृतका के भाई व भाभी को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया और हत्या में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली। उधर मृतका के परिवार वाले शव लेकर नोएडा चले गये।

 

सिसाना गांव के श्मशान घाट के समीप गुरुवार की सुबह सूटकेस में बंद कर एक युवती का शव जला दिया गया था। अधजला शव मिलने के बाद चौकीदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी। जिसमें मृतका की पहचान मनीषा उर्फ मिनी निवासी सदरपुर नोएडा के रूप में हुई। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि मनीषा की हत्या करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी के लालच में की गई थी।

 

मनीषा और उसके भाई मनीष उर्फ विवेक चौहान के नाम करीब चार करोड़ रुपये की प्रोपर्टी है। उस प्रॉपर्टी को तभी बेचा जा सकता था, जब कागजों पर दोनों के हस्ताक्षर होते। मनीष के बार-बार कहने के बाद भी मनीषा प्रॉपर्टी के कागजों पर हस्ताक्षर नहीं करती थी और प्रॉपर्टी बेचने का विरोध करती थी। जिसको लेकर मनीषा की भाई मनीष उर्फ विवेक ने अपनी पत्नी शिखा और पत्नी के प्रेमी पवन निवासी सिसाना के साथ मिलकर हत्या कर दी।

 

जिसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए सूटकेस में बंद करके पवन बागपत पहुंचा और श्मशान घाट के पास जला दिया। लेकिन गांव वालों का आवागमन होने पर शव को अधजला छोड़कर भाग गया। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों हत्यारोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। जबकि तीसरे आरोपी पवन की तलाश में दबिश दी जा रही है।

 

पुलिस के अनुसार हत्यारोपी शिखा का प्रेमी पवन का मनीषा के घर आना जाना हो गया था। जो शिखा का मौसेरा भाई बनकर उसकी ससुराल में करीब 15 दिन रहा था। मनीषा की हत्या की साजिश रची जाने के बाद पवन ने सोनीपत जिले के भैरा बांकीपुर गांव के एक रिश्तेदार की गाड़ी एक घंटे के लिए मांगी। बताया कि एक घंटा बीतने के बाद भी पवन गाड़ी लेकर नहीं आया और फिर पवन ने फोन बंद कर लिया। बाद में दो नवंबर की सुबह गाड़ी वापस लौटाई।

 

एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने सिसाना गांव के जंगल में युवती का शव जलाया जाने की घटना का खुलासा करने के लिए चार टीमों को लगाया था। जिसका 72 घंटे में खुलासा होने पर एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।

 

 

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