पत्नी की डिलीवरी कराने के लिए डॉक्टर बना लुटेरा

मेरठ में डॉक्टर की क्लीनिक में दो नकाबपोश बदमाशों ने लूट की थी। बुधवार देर रात पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉक्टर नागेंद्र प्रताप वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया, लंबे समय से क्लीनिक अच्छा नही चल रहा था। कर्ज चुकाने, बाइक की किश्त देने और पत्नी की डिलीवरी के लिए पैसे चाहिए थे। कही से पैसों का इंतजाम नही हो रहा था।

बचपन के दोस्त ने आइडिया दिया था। कहा था वहां मेंरी गर्लफ्रेंड काम करती है। हर समय लाख, डेढ़ लाख गल्ले में रहता है। उसके कहने पर हमने दोस्त पंकज और उसके भांजे के साथ मिलकर डॉ. विकुल की क्लीनिक में लूट का प्लान बनाया था।

नौचंदी थाना क्षेत्र में 1 नवंबर को दिनदहाड़े डॉ. विकुल की क्लीनिक में दो नकाबपोश बदमाश घुसे। बाइक से आए दोनों बदमाशों ने स्टाफ से तमंचे के बल पर क्लीनिक में गल्ले में रखे 30हजार रुपए लूट लिए थे। दिनदहाड़े हुई लूट से पूरे इलाके में हड़कंप मचा था।पुलिस, एसओजी टीम लगातार बदमाशों की खोज में थी। तभी बुधवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉ नागेंद्र प्रताप वर्मा को गिरफ्तार कर लिया।

सरधना में चलाता है क्लीनिक

आरोपी नागेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह खुद बीएससी बायोलॉजी, मेडिकल का डिप्लोमा C.M.S.(E.D.) किया है । सरधना, छुर में उसका क्लीनिक है। काफी समय से क्लीनिक अच्छा नहीं चल रहा। पेशेंट न आने की वजह से उसके सामने पैसे की दिक्कत होने लगी। पत्नी प्रेगनेंट है, उसकी डिलीवरी के लिए भी पैसे नहीं है। नागेंद्र ने बताया कि उसके दोस्त पंकज पर उसके 45 हजार रुपए उधार थे। जरूरत पर पंकज से पैसे मांगे तो उसने कहा उसके पास भी पैसे नहीं है।

बचपन के दोस्त ने सुझाया लूट का रास्ता
नागेंद्र ने बताया कि पंकज ने ही उसे आइडिया दिया कि मेरठ में डॉ. विकुल त्यागी का क्लीनिक है। वहां गल्ले में लाख, डेढ़ लाख रुपया हमेशा रहता है। उसे हम लूट लेते हैं। डॉ. की क्लीनिक में उसकी एक गर्लफ्रैंड थी। जिससे मिलने वह वहां जाता था। इसलिए उसे क्लीनिक की सारी जानकारी है। मुझे भी पैसों की जरूरत थी। इसलिए मैं पंकज की बातों में आकर लूट में शामिल हो गया।

तमंचे के बल पर की वारदात

पंकज ने 1 नवंबर को लूट का प्लान बनाया। पंकज का भांजा प्रथम उर्फ पार्थ शामिल हुआ। हम दोनों बाइक से डॉक्टर की क्लीनिक में घुसे। हमने अपना चेहरा मास्क, हेलमेट से छिपा लिया। पंकज ने हमें क्लीनिक तक पहुंचाया, वह दूर खड़ा सब देखता रहा। बाद में हम दोनों क्लीनिक में तमंचा दिखाकर गल्ले में रखा 30हजार कैश लूट लाए। पंकज के घर आकर हम तीनों ने पैसा बांट लिया। मुझे 10हजार रुपया मिला। नागेंद्र ने बताया कि यह डयूक बाइक भी उसने 20 अक्टूबर को फाइनेंस कराई है। जिसकी किश्त भी जानी है। लेकिन उसके पास किश्त के पैसे नहीं है।

मामा- भांजे को खोज रही पुलिस
पुलिस ने पकड़े गए आरोपी नागेन्द्र प्रताप सिह वर्मा उम्र 33 साल, पुत्र वीरेन्द्र कुमार वर्मा को अरेस्ट किया है। जो देवी मन्दिर गुजराल कालोनी सरधना मेरठ का रहने वाला है। आरोपी के पास पुलिस को लूट के 8500 रुपए, ड्यूक बाइक जो घटना में प्रयोग हुई थी और एक तमंचा, कारतूस बरामद किए है। घटना में शामिल दो और लोग पंकज पुत्र रिषिपाल जो अहमदाबाद सरधना का रहने वाला है। उसे खोज रही है। साथ ही पंकज के भांजे प्रथम उर्फ पार्थ, पुत्र प्रदीप जो सेतनी, दादरी नोएडा का रहने वाला है उसे भी ढूंढ़ रही है।

सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया ने बताया, डॉक्टर की क्लीनिक में दिनदहाड़े दो नकाबपोशों ने घुसकर लूट की थी। सर्विलांस, एसओजी की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंची। एक आरोपी को अरेस्ट किया गया है। आरोपी ने कहा कि उसे पैसों की जरूरत थी, इसलिए दोस्त के कहने पर तीन लोगों ने मिलकर लूट की थी।

 

 

 

 

 

 

 

 

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