अयोध्या की रामनगरी में बृहस्पतिवार का दिन इतिहास बन गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की कैबिनेट पहली बार एक साथ रामलला के चरणों में पहुंची। वहीं अयोध्या में पहली बार कैबिनेट बैठक का आयोजन कर सरकार सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार भी देगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे अयोध्या स्थित रामकथा पार्क पहुंचें। उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। इसके बाद श्री राम जन्मभूमि परिसर का पूजन एवं श्री रामलला विराजमान मंदिर में दर्शन एवं पूजन किया। मुख्यमंत्री के साथ सरकार के मंत्री दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लेने भी पहुंचे। कैबिनेट बैठक में सरकार के दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ मंत्री मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में कुंभ मेला के दौरान प्रयागराज में भी मंत्रिपरिषद की बैठक की गयी थी। तब मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने संगम में पुण्य स्नान भी किया था। इसके अलावा वाराणसी में भी कैबिनेट की बैठक हो चुकी है। अयोध्या में नौ नवंबर 1989 को श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास हुआ था। सर्वोच्च न्यायालय में सालों तक चले राम जन्म भूमि विवाद का फैसला भी 9 नवंर 2019 को ही श्रीरामलला के पक्ष में आया था।