सुल्तानपुर में भाजपा विधायक के करीबी हिस्ट्रीशीटर प्रधान प्रतिनिधि को सत्ता की हनक दिखाना महंगा पड़ गया। गुर्गों को साथ लेकर मारपीट और बंदूक तानकर जान से मारने की धमकी के मामले में उसके समेत नौ पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ। समाजवादी पार्टी ने इस मामले को ट्वीट किया तो सरकार का दवाब बढ़ा। आखिर चौबीस घंटे के अंदर हिस्ट्रीशीटर समेत 5 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।
लाठी-डंडों से पिटाई में एक का टूटा था हाथ
दरअसल, गोसाईगंज थानाक्षेत्र के महमूदपुर निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिवराम के भाई हरीराम के पुत्र किशन गौड़ व संतोष सिंह के बीच रंजिश है। शिवराम व हरीराम एक ही घर में रहते हैं। हरीराम का आरोप है कि शुक्रवार सुबह संतोष सिंह अपने साथियों के साथ बंदूक लेकर उनके घर पहुंचा। संतोष ने उनके बेटे किशन को मारना शुरू कर दिया। हमलावरों ने किशन के चचेरे भाई रवि, अंश, दादी चंद्रा देवी व बहन मधु को मारा-पीटा। संतोष ने बंदूक तानते हुए किशन को गोली मारने की धमकी दी थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
एसओ ने की गिरफ्तारी की पुष्टि
उधर मारपीट में किशन, रवि, चंद्रा देवी, मधु व अंश घायल हो गए। वारदात को अंजाम देकर हमलावर असलहा लहराते हुए फरार हो गए थे। बता दें कि संतोष सिंह थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पीड़ित हरीराम ने संतोष सिंह, चंदन सिंह, बाबी सिंह, ज्ञानेश्वर सिंह उर्फ शिशु सिंह, कमल सिंह, दीपक सिंह, अनुभव सिंह, छोटू सिंह व कुलदीप तिवारी के खिलाफ जानलेवा हमले व अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया।
पुलिस ने शनिवार को मुख्य आरोपी संतोष सिंह, चंदन, ज्ञानेश्वर, कमल व कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। एसओ गोसाईगंज आरबी सुमन ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने कहा अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है।