उत्तर प्रदेश के अमरोहा में कांग्रेस नेता और हसनपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी रहे मोहम्मद आसिम सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी के तीन लाख रुपये हड़पने, गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने में फंस गए हैं। न्यायालय के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है। सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी प्रताप टांक हसनपुर के होली वाला मोहल्ला के रहने वाले हैं।
उनका आरोप है कि गजरौला के अल्लीपुर भूड़ में आसिम प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड नाम से व्यापार करते हैं। इसके अलावा तरह-तरह के निर्माण कार्य के ठेके लेते हैं। वह जिस बैंक में तैनात थे, उसमें मोहम्मद आसिम का खाता खुला था। जिसमें लेनदेन करते थे। इस कारण उनसे जान पहचान थी। सेवानिवृत्त होने से पूर्व कांग्रेस नेता ने उनसे अपने कारोबार में साझेदार होने के पेशकश रखी।
साथ ही गाजियाबाद के वेव सिटी में अपना कारोबार चलाने की बात कही। साझेदार बनने के लिए उन्होंने कांग्रेस नेता को 20 लाख रुपये दे दिए। तीन अगस्त-18 को धनौरा में अनुबंध हुआ कि मोहम्मद आसिम प्रताप टांक की पूंजी के अतिरिक्त 25 प्रतिशत का लाभांश उनको देंगे। कांग्रेस नेता पर 90 फ्लैट बनाने का ठेका था।
जिसमें उनको भरपूर लाभ हुआ, लेकिन उन्होंने कोई ब्योरा नहीं दिया। एक नवंबर-21 को 20 लाख में से उनको 17 लाख रुपये का भुगतान किया। तीन लाख रुपये और 25 प्रतिशत लाभांश के लिए कई बार तकादा किया। मगर न तो तीन लाख रुपये दिए और न ही लाभांश। 18 जून-23 को वह कांग्रेस नेता मोहम्मद आसिम के घर गए और रुपयों का तकादा किया।
आरोप है कि मोहम्मद आसिम ने उनके साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए दोबारा रुपये मांगने आने पर जान से मरवा देने की धमकी दी। हाथापाई कर भगा दिया। उन्होंने थाना पुलिस को तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जिसके बाद न्यायालय की शरण ली। अदालत के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। सीओ श्वेताभ भास्कर का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उन पर रुपये व लाभांश न देने का गलत आरोप लगाया जा रहा है। प्रताप टांक अगर कसम खाकर कह दें तो जो कहेंगे वही रकम उनको दे दी जाएगी। वह पीछे नहीं हटेंगे।