राहुल गांधी के पनौती वाले बयान पर प्रतिक्रिया: मार्श के ट्रॉफी पर पैर रखने पर शमी ने कही यह बात

 

भारत: विश्व कप 2023 के फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस मैच को देखने के लिए कई हाईप्रोफाइल लोग अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहुंचे थे। खुद प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी यह मैच देखने स्टेडियम में मौजूद थे। टीम इंडिया की हार के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक चुनाव रैली में पीएम के लिए पनौती शब्द का इस्तेमाल किया था। इस बयान पर जमकर बवाल हो रहा है। उनके इस बयान पर काफी बवाल हुआ और भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी पर कार्रवाई की मांग भी की। अब इस मामले पर टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की प्रतिक्रिया सामने आई है। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मिचेल मार्श द्वारा ट्रॉफी पर पैर रखकर बैठने पर भी प्रतिक्रिया दी है।

 

 

 

अमरोहा में पत्रकारों से बात करते हुए शमी ने कहा- विवाद वाले सवाल मेरी समझ में नहीं आते। बुनियादी चीजों पर ध्यान देना चाहिए। दो महीने तक टीम इंडिया ने कड़ी मेहनत की इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। पॉलिटिकल एजेंडा जो बीच में आप लोग लाते हैं, वह मुझे समझ नहीं आता। शमी ने पीएम मोदी से मुलाकात पर भी बात की। उन्होंने कहा- यह काफी महत्वपूर्ण है। जब प्रधानमंत्री आपको प्रोत्साहित करते हैं तो इससे आत्मविश्वास बढ़ता है। तब आपका मनोबल गिरा हुआ होता है और पीएम के बात करने से आत्मविश्वास बढ़ता है। यह कुछ अलग है।

 

 

 

विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी को इशारों में पनौती करार दिया। इसके बाद भाजपा ने 1982 में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हार का जिक्र किया, जिसे देखने के लिए इंदिरा गांधी पहुंची थीं। भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ एक्शन लेने की भी मांग की। खरगे ने कहा था कि नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी जाति को आरक्षण मिला, जबकि भाजपा का कहना है कि उनकी जाति को आरक्षण 1999 में मिला था और वह 2001 में मुख्यमंत्री बने।

 

 

 

 

दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श की एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें वह एक सोफे पर बैठे हुए दिखे थे और उनके पैर विश्व कप ट्रॉफी पर थे। इस फोटो पर खूब बवाल हुआ था और कई फैंस ने उन्हें ट्रॉफी का सम्मान करने को कहा था। अब इस पर शमी ने बयान दिया है। शमी ने कहा- मैं इससे आहत हूं। जिस ट्रॉफी के लिए पूरी दुनिया मैदान में भिड़ती है, जिस ट्रॉफी को आप अपने सिर पर रखना चाहते हैं, उस ट्रॉफी पर पैर रखना मुझे गुस्सा दिलाता है। शमी को शुरुआती कुछ मैचों में बेंच पर बैठना पड़ा था। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने पर उन्हें मौका मिला था। इस पर शमी ने कहा- जब आप चार मैचों तक बेंच पर बैठते हो तो आप मानसिक रूप से मजबूत हो जाते हो। कभी कभी आप दबाव में आते हैं, लेकिन अगर टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही हो तो आपको उससे संतुष्टि मिलती है।

 

 

 

 

शमी ने कहा कि वह मैच से पहले पिच के व्यवहार को देखना पसंद नहीं करते। उन्होंने कहा- आमतौर पर गेंदबाज मैदान में पहुंचने पर पिच का व्यवहार देखते हैं। मैं कभी पिच के नजदीक नहीं जाता, क्योंकि आपको उस बारे में तभी पता चलेगा जब आप उस पर गेंदबाजी करेंगे। तो उससे पहले दबाव क्यों लेना। चीजों को सिंपल रखना आपके ऊपर है। आपको खुद को रिलैक्स रखना होता है, जिससे कि मैच में आप अच्छा प्रदर्शन कर सकें। शमी ने विश्व कप 2023 में कमाल का प्रदर्शन किया और सबसे ज्यादा 24 विकेट झटके। इसमें एक बार पारी में चार विकेट और तीन बार फाइव विकेट हॉल शामिल है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में शमी ने सात विकेट झटके थे।

 

 

 

 

 

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