हमीरपुर। नगर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में कार्तिक पूर्णिमा एवं गुरुनानक जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य रामप्रकाश गुप्ता ने कहा कि गुरुनानक जयंती सिख समुदाय के लिए महत्वपूर्ण त्योहार है। कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर गुरुनानक देव का जन्म हुआ। इसलिए यह पर्व गुरुनानकदेव जी के जन्मदिवस पर मनाया जाता है।
गुरुनानक देव की जयंतची को गुरुपर्व और प्रकाश पर्व के रूप मे मनाया जाता है। आचार्य अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा को भगवान विष्णु के मछली अवतार मत्स्य और तुलसी के अवतार वृन्दा के प्रकट दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। आचार्य घनश्याम दास राठौर ने कहा कि मान्यता है कि गुरुनानक जी का जन्म साल 1469 में कार्तिक मास की पूर्णिमा को हुआ था। कहा जाता है कि सिक्खों के पहले गुरु नानकदेव जी ने सिक्ख समुदाय की नींव रखी थी इसलिए ये सिक्खो के प्रथम गुरू कहे जाते हैं। गुरुनानक देव जी का असली नाम ‘‘नानक’’ था। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन संगीताचार्य ज्ञानेश जड़िया ने किया। आभार कार्यक्रम प्रमुख आचार्य बरदानीलाल ने किया। इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। अन्त में कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। यह जानकारी विद्यालय के मीडिया प्रभारी आचार्य श्री वेदप्रकाश शुक्ला ने दिया।