पूरी दुनिया में कुल ट्रक ड्राइवरों में सिर्फ 3% महिलाएं हैं, बावजूद इसके कि नियोक्ता महिलाओं को अधिक सुरक्षित ड्राइवर मानते हैं.
लेकिन मेक्सिको में, जहाँ लिंग आधारित हिंसा और बंदूक की नोंक पर लूटपाट आम बात है, महिलाओं को इस पेशे के प्रति आकर्षित करना बहुत मुश्किल साबित हुआ है. बीबीसी 100 वीमेन ने देश के कुछ ख़तरनाक़ सड़कों पर महिला ट्रक ड्राइवरों के साथ यात्रा की.
व्यस्त सड़क से थोड़ी ही दूरी पर झाड़ियों में औंधे पड़े क्लारा फ़्रैगोसो ने सोचा, “अब वे तीन गोली मारेंगे और मुझे इस कंबल में लपेटे हुए छोड़ जाएंगे और कोई भी मुझे खोज नहीं पाएगा.”
आधी रात हो चुकी थी और उन्हें मेक्सिको की खाड़ी के तट टक्सपैन तक घंटों पहले पहुंच जाना था, लेकिन उन्हें एक आदमी ने बंदूक की नोंक पर ट्रक से उतार लिया.
रास्ते में एक कार ने पीछे से लाइट फ्लैश करते हुए रोकने का संकेत दिया. ये एक पुलिस कार जैसी लग रही थी लेकिन वो पुलिस की कार नहीं थी.
हुड (टोपी) पहने एक आदमी ट्रक पर चढ़ा और फिर उसने क्लारा को उतरने और ज़मीन पर लेट जाने को कहा. इस दौरान उन्होंने ट्रेलर को चेक किया.
57 साल की क्लारा कहती हैं, “मन ही मन मैं इस दुनिया को अलविदा कह रही थी.”
घरेलू हिंसा और ट्रक ड्राइविंग
लेकिन उस आदमी से बातचीत के बाद ऐसा कुछ हुआ, जिसके बार में क्लारा ने सोचा नहीं था.
वो कहती हैं, “बंदूकधारी ने मुझसे मेरी उम्र पूछी. पता चला कि उसकी मां भी इसी उम्र की हैं. उसने पूछा- तुम ट्रक ड्राइविंग के पेशे में कैसे आईं?”
क्लारा ने उसे बताया कि 17 साल की उम्र में उनकी शादी एक हिंसक पति से हो गई थी और आख़िरकार 15 साल बाद वो इस शादी से निकल आईं.
वो कहती हैं, लेकिन फिर से शुरुआत करना आसान नहीं था. महिला वेटर के रूप में 50 डॉलर प्रति सप्ताह की कमाई से बच्चों को पालना मुश्किल हो रहा था.
इसलिए जब कुछ ग्राहकों से उन्होंने सुना कि ट्रक ड्राइवर अच्छा ख़ासा कमाते हैं, उन्होंने इस पेशे को अपनाने का मन बनाया.
18 साल पहले वो “ट्रेलेरा” बनीं, मेक्सिको में महिला ट्रक ड्राइवरों को इसी नाम से जाना जाता है.
ये उनके लिए बेहतर ज़िंदगी की गारंटी था, हालांकि उन्हें इस बात का इल्म था कि ये कितना ख़तरनाक काम है- वैसा ही जैसे वो उस समय बंदूक की नोंक पर ज़मीन पर लेटी हुई थीं.
किस्मत से बंदूकधारी के सीने में दिल था. वो मुश्किल से ही किशोरवय से बाहर आया था. उसने कहा कि उसके ख़ुद के पिता भी उसकी मां को पीटते थे और इसके बाद परिवार को छोड़कर चले गए.
उसने कहा कि अपनी मां की मदद के लिए उसने एक गैंग को जॉइन कर लिया.
क्लारा कहती हैं, “किसी तरह हमारे बीच एक भावनात्मक रिश्ता बन गया…हमने घंटों बातें कीं, मैंने उसे अपराध छोड़कर उससे बाहर आने के लिए समझाने की कोशिश की.”
अंत में क्लारा को उसने जाने दिया लेकिन हुड पहने उस आदमी ने ट्रक और उसमें लदे सामान को चुरा लिया.
ट्रक ड्राइवरों की कमी, फिर भी…
वो कहती हैं, “हम ट्रक ड्राइवर हमेशा कहते हैं कि जिन अपराधियों से हमारा सामना होता है, उनमें कुछ अच्छे और कुछ बुरे होते हैं. मैं ख़ुशकिस्मत हूं कि मुझे हमेशा अच्छे मिले.”
मेक्सिको में कुल पांच लाख ट्रक ड्राइवरों में महज़ 2% महिलाएं हैं. अन्य देशों में भी यही कहानी है.
इंटरनेशनल रोड ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइज़ेशन का कहना है, “सभी जगहों पर 3% से भी कम महिला ट्रक ड्राइवर हैं. हालांकि चीन में 5% और अमेरिका में 8% हैं.”
जबकि यह सेक्टर कुशल ड्राइवरों की कमी से जूझ रहा है.
यही कारण है कि क्लारा और उनकी अन्य सहकर्मियों का मानना है कि वे महिलाओं के लिए अधिक जगह बनाने के साथ इस ढर्रे को बदलने में मदद कर सकती हैं.
लिज़्त हाइड गोंज़ालेज़ या लिज़ी की कहानी भी घरेलू हिंसा से बच निकलने वाली महिलाओं जैसी है और ड्राइवर बनना उनकी हमेशा से चाहत नहीं थी.
45 साल की लिज़ी अपने लाल ट्रक ‘डियावोलो’ को ले जाने की तैयारी करते हुए कहती हैं, “ट्रक ड्राइवर बनने का कोई सपना नहीं था. मैंने इसमें अपनी आर्थिक दिक्कतों का हल देखा. मेरा तो सपना था कि मैं सड़क पर कोई लाल कार चलाऊं. कम से कम अब मैं एक लाल ट्रक तो चला रही हूं!”
‘मौत का हाइवे’
अगर गोंज़ालेज़ को अंधेरा होने से पहले सीमा के क़रीब वाले शहर नूएवो लारेडो पहुँचना है तो उन्हें उत्तर पश्चिमी मेक्सिको सिटी के अपने शहर क्यूएरेतारो से जल्द निकलना होगा.
मेक्सिको से अमेरिका जाने वाले सामानों के लिए यह मुख्य सूखा बंदरगाह है, जहाँ प्रतिदिन 80 करोड़ डॉलर का कारोबार होता है.
यहाँ पहुंचने के लिए उन्हें 1,000 किलोमीटर चलाने की ज़रूरत है, इसमें तीन घंटे का मोंटेरे का वो हिस्सा भी है, जिसे बोलचाल में “मौत का हाइवे” या “बरमूडा ट्राएंगल” भी कहा जाता है.
यह मेक्सिको की सबसे ख़तरनाक सड़कों में से एक है, जिस पर देश के ताक़तवर ड्रग माफिया का राज चलता है.
गोंज़ालेज़ कहती हैं, “वो जानते हैं कि मैं कौन हूं, कहाँ हूं और क्या ले जा रही हूँ. वे सरकार से भी ज़्यादा इंतज़ाम रखते हैं.”
ड्राइवरों और सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट ने बीबीसी को बताया कि हालांकि इस सड़क पर पुलिस चेकपोस्ट और गश्ती दल होते हैं लेकिन सुरक्षा की ये गारंटी नहीं है.
क्लारा की तरह ही लिज़ी गोंज़ालेज़ को हथियारबंद आदमी ने रोका और सड़क से दूर ले गया ताकि ट्रक में सामान को चेक कर सकें. ताज्जुब है कि वे कुछ नहीं ले गए.
वो कहती हैं, “मैं कभी नहीं जान पाई कि आख़िर वे क्या खोज रहे थे. मुझे छोड़ते समय उन्होंने यहां से चले जाने और सड़क पर पहुंचने के बाद ही लाइन ऑन करने की हिदायत दी.”
हाइवे पर लूटपाट
2023 में जनवरी से सितंबर के बीच मेक्सिको में ट्रकों से 7,028 चोरियों का मामला दर्ज हुआ जो कि 2022 के मुक़ाबले 10 प्रतिशत अधिक है.
नेशनल पब्लिक सिक्यॉरिटी सिस्टम के एक्जेक्युटिव सेक्रेटेरियट के आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार, इनमें 6,030 वारदातों में हिंसा का सहारा लिया गया.
जिन पांच प्रांतों में कार्गो लूटपाट की दर सर्वाधिक है उनमें हैं- मेक्सिको स्टेट, पुएब्ला, मिशोआकान, सैन लुईस पोटोसी और जालिस्को.