फतेहपुर में दो माह से चक्कर लगा रहे किसानों का नहीं हो रहा धान तौल: ऑनलाइन के बाद नहीं हुआ सत्यापन

 

 

फतेहपुर में विपरण विभाग के द्वारा धान खरीद के लिए जिले में अलग-अलग मंडी समिति में धान क्रय केंद्र खोला गया है। लेकिन किसानों के ऑनलाइन आवेदन करने के बाद भी क्षेत्रीय लेखपाल ने सत्यापन नही जिस कारण से किसानों का धान दो-दो माह तौल के लिए अटका हुआ है। कई किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नही हो रहा। जिन लोगों का सत्यापन हुआ भी उनका धान बहुत कम खरीदा गया।

 

 

 

जिले के असोथर मंडी समिति में धान तौल के लिए 6 कांटा लगाया गया है। उसके बाद भी धान तौल नही हो पा रही है। मंडी समिति में धान तौल कराने के लिए दो दो माह से परेशान किसान केदार निवासी सरकंडी आरोप लगाते हुए बताया कि 24 सितंबर को ऑनलाइन आवेदन करा दिया था। लेखपाल सत्यापन के नाम पर पैसा की मांग करता है। नहीं दिया तो दो माह से सत्यापन नही किया। मंडी समिति में धान तौल के लिए रखा हुआ है तौल नही होने से पैसा नही बेटी की शादी में खर्च करने के लिए पैसा नहीं है।

 

 

किसान संजीव सिंह निवासी असोथर, भोलेनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिन लोगों का लेखपाल ने सत्यापन किया भी है, तो कोई मतलब का नही क्योंकि 25 कुंतल में 8 कुंतल का सत्यापन किया जा रहा। हम किसानों ने इस मामले की शिकायत जिला स्तर पर अधिकारियों से किया। लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही। अगर हम मार्केट में धान बेचने जाते है, तो 12 से लेकर 14 सौ रुपये ही मिल रहा है। जबकि सरकारी रेट ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य 2203 रुपए प्रति कुंतल और कॉमन धान 2183 रुपए प्रति कुंतल है।

 

 

मंडी समिति में लगे 6 क्रय केंद्र में प्रथम एसएमआई अखिलेश यादव ने बताया कि प्रदेश सरकार के आदेश पर एक नवंबर से धान की तौल शुरू हो गया है। अभी तक 173 कुंतल और दूसरे केंद्र पर 19 कुंतल 60 किलो धान की तौल हुई है। तीसरे क्रय केंद्र पर मौजूद एसएमआई आशीष मिश्रा ने बताया कि उनके यहां पर 19 कुंतल 60 किलो और चौथे केंद्र पर 29 कुंतल 60 किलो धान की खरीद हुआ है।पांचवे क्रय केंद्र पर तैनात एसएमआई सुरेश यादव ने बताया कि 5 नंबर पर 70 कुंतल 80 किलो और छठे केंद्र पर 21 कुंतल 60 किलो की खरीद किया गया।

 

 

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.