फतेहपुर। जनपद के पतित पावनी माँ गंगे के तट पर स्थित फिरोजपुर कटरी में बालू खनन के नाम पर हुए पट्टे को निरस्त करने की मांग ग्रामीण किसानों द्वारा लगातार विगत 3 माह से हो रही है, किन्तु खनन विभाग व जिला प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं होने से क्षुब्ध किसानों ने पूर्व घोषणा के अनुसार किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष सन्तोष सिंह राजू व किसान नेता नीरज निषाद के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाने को कल 1 दिसंबर को फिरोजपुर तिराहे से लखनऊ को पैदल ही रवाना होगा। जिसमें लगभग 50 से 100 किसानों का जाना तय हुआ है। वंही किसान नेता सन्तोष सिंह राजू का कहना है कि इस खनन पट्टे से सरकार को एक वर्ष में मात्र 35 लाख रुपये का ही राजस्व मिलेगा जबकि भूमिहीन किसानों द्वारा, इस जमीन से 35 लाख रुपये से अधिक की फसलें, पैदा कर लोगों का पेट भरने का काम होता है। जिन अधिकारियों ने इस खनन पट्टे पर सहमति दी थी उन अधिकारियों ने इस विषय पर चिंतन ही नहीं किया। जबकि इस जगह खनन होने से फतेहपुर रायबरेली को जोड़ने वाले डलमऊ पुल को भी खतरा बढ़ जायेगा, और भविष्य में डलमऊ पुल का क्षतिग्रस्त हो कर टूटना सुनिश्चित है,, वंही खनिज विभाग द्वारा पिछले साल देवरानार ग्राम सभा में किये गये पट्टे पर तय मानक से कई गुना अधिक खनन किया गया है, जिससे हजारों हेक्टेयर कटरी की कृषि भूमि भी खत्म हो कर गंगा में समा गई, जिससे भूमिहीन किसानों के भूखों मरने की स्थिति बन गई है। इसीलिए असहाय लाचार गरीब भूमिहीन किसान, मुख्यमंत्री से मिलकर पट्टा निरस्त करने व पिछली सरकार में जिन अधिकारियों ने खनन का प्रस्ताव तैयार किया था उनके खिलाफ भी कार्यवाही की मांग करेगें। किसानों का प्रतिनिधि मंडल 4 या 5 दिसंबर को लखनऊ पहुंचेगा।