चेन्नई समेत तमिलनाडु में तूफान मिचौंग ने मचाई तबाही: इसके बाद स्कूल-कॉलेज आज भी बंद

 

देश: चक्रवाती तूफान मिचौंग अब कमजोर पड़ गया है। मंगलवार को आंध्र प्रदेश में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट से टकराने से पहले इसने चेन्नई समेत तमिलनाडु के चार जिलों में भारी तबाही मचाई, जिसका विनाशकारी मंजर अभी भी देखने को मिल रहा है। स्कूल और कॉलेज बृहस्पतिवार को भी बंद रखे गए हैं और स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएं टाल दी गई हैं। चेन्नई के बालाचेरी इलाके में दीवार ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजन महापात्र ने कहा कि तट से टकराने के बाद चक्रवात मिचौंग धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है।

 

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि चक्रवात से प्रभावित इलाकों में पीड़ितों की मदद के लिए प्रशासन दिनरात जुटा हुआ है। सामान्य स्थिति बहाल होने तक राहत और बचाव कार्य जारी रहेगा। उन्होंने चक्रवात के चलते हुई मौतों पर गंभीर दुख व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई।लोकसभा में बुधवार को शून्य प्रहर के दौरान द्रमुक सदस्य टीआर बालू ने चक्रवात मिचौंग का मुद्दा उठाया और इसके चलते आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की।

 

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मिचौंग से हुए नुकसान और राहत बचाव कार्य के लिए केंद्र से तत्काल 5,060 करोड़ रुपये की मदद मांगी है। साथ ही केंद्रीय टीम भेजने का भी आग्रह किया है। 40 हजार से अधिक लोग शिविरों में सीएम ने कहा, प्रभावित जिलों में 372 राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां 41,400 लोग शरण लिए हुए हैं। चार प्रभावित जिलों में अभी भी 800 जगहों पर जलभराव की स्थिति है।

 

 

 

 

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