उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार की सुबह दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। वह महंत दिग्विजयनाथ पार्क में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होंगे और दुल्हन बनीं करीब 1500 गरीब बेटियों को आशीर्वाद देंगे। इसके बाद वह महादेव झारखंडी के पास विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शनिवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे से महंत दिग्विजयनाथ पार्क में भव्य समारोह में करीब 1500 गरीब बेटियों का विवाह संपन्न होगा। इस आयोजन में वैवाहिक जीवन में प्रवेश करने वाले जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रति विवाह पर सरकार की तरफ से 51 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
इसमें से 35 हजार रुपये विवाह बंधन में बंधने जा रही कन्या के बैंक खाते में अंतरित कर दिए जाते हैं। 10 हजार रुपये उपहार व शेष राशि अन्य व्यवस्थागत खर्चों के मद में है। दोपहर 12:30 बजे से मुख्यमंत्री महादेव झारखंडी के पास विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन सुनेंगे। कार्यक्रम स्थल पर पीएम स्वनिधि योजना, आयुष्मान योजना, पीएम उज्जवला योजना और आधार अपडेट के कैंप के साथ पांच अन्य कल्याणकारी योजनाओं के विभागों के कैंप भी लगाए जाएंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के नए स्वीकृत आवासों का सांकेतिक भूमि पूजन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सिर्फ गोरखपुर जिले में वित्तीय वर्ष 2017-18 से करीब छह हजार शादियां हो चुकी हैं। सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सरकार वर-वधू को उपहार भी देती है। इसमें वधू को कढ़ाई की एक साड़ी, एक चुनरी, एक डेली यूज की साड़ी, वर के लिए कुर्ता-पायजामा, पगड़ी और माला, मुस्लिम विवाह के लिए वधू को कढ़ाई वाला सूट, चुनरी, सूट का कपड़ा, वर के लिए कुर्ता-पायजामा आदि देती है। आभूषण में चांदी की पायल, बिछुआ भी प्रदान किया जाता है। गृहस्थी के सामान में कुकर, जग या लोटा, थाली, गिलास, कटोरा और चम्मच, बक्सा और प्रसाधन सामग्री से भरी श्रृंगारदानी दी जाती है।
रामगढ़ताल में क्रूज को चलाने में अभी कुछ समय लग सकता है। मुख्यमंत्री 10 दिसंबर को इस क्रूज का लोकार्पण करने वाले हैं, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री कार्यालय से अधिकारियों को दिशा-निर्देश नहीं मिला है। ऐसे में लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर संशय बना हुआ है। रामगढ़ताल में क्रूज को उतारा जा चुका है। आंतरिक सजावट का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। अभी एनजीटी की ओर से एनओसी नहीं मिल पाई है। अगर शनिवारको अगर एनओसी मिल जाती है तो रविवार को लोकार्पण का कार्यक्रम हो सकता है।