लखनऊ के गोमतीनगर निवासी सेवानिवृत्त अफसर की बेटी से चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। वजीरगंज थाने में केस दर्ज कर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए कार बरामद कर ली है। आरोपियों ने युवती को जबरन नशीला पदार्थ पिलाकर वारदात को अंजाम दिया और उसे मुंशी पुलिया के पास छोड़कर भाग निकले।
डीसीपी पश्चिम राहुल राज के मुताबिक 22 वर्षीय पीड़िता का केजीएमयू के मानसिक रोग विभाग में इलाज चल रहा है। वह अक्सर वहां जाती थी। इस दौरान बाहर चाय की दुकान पर काम करने वाले मड़ियांव के सत्यम मिश्र से उसकी जान-पहचान हो गई। पांच दिसंबर को युवती इलाज के लिए वहां पहुंची। डॉक्टर को दिखाने के बाद वह सत्यम की दुकान पर चाय पीने लगी।
इस दौरान उसका मोबाइल फोन बंद हो गया। युवती ने सत्यम से कहा तो उसने बाजारखाला के मो. असलम (चालक) की एंबुलेंस में मोबाइल चार्जिंग पर लगवा दिया। कुछ देर के बाद युवती ने अपना फोन मांगा तो सत्यम ने बताया कि चालक एंबुलेंस लेकर डालीगंज चला गया है। सत्यम युवती को ई-रिक्शे से डालीगंज लेकर पहुंचा तो युवती को बताया गया है कि एंबुलेंस आईटी चौराहे पर है।
दोनों वहां पहुंचे तो चाय दुकान मालिक बाजारखाला का मो. सुहैल व असलम कार से वहां आ गए। उन्होंने सत्यम व युवती को कार में बैठा लिया। सभी लोग बाराबंकी के सफेदाबाद स्थित ढाबे पर पहुंचे। वहां खाना खाया। आरोपियों ने वहीं पर युवती को जबरन नशीला पदार्थ पिला दिया। युवती नशे में हो गई तो उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया और उसके साथ चलती कार में मुंह काला किया। विरोध करने पर युवती की पिटाई भी की।