हमीरपुर। बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशकों की मौलिक समस्याओं एवं महिला अनुदेशकों की मानवीय एवं मूलभूत समस्याओं सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार के नेतृव में मुख्यमंत्री से ज्ञापन संबोधित अतिरिक्त एसडीएम को सौंपा है।
ज्ञापन में जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा शिक्षा अधिकार अधिनियम से नियुक्त अनुदेशक पिछले दस वर्षों से पुर्ण कालिक कार्य करते हुए नौनिहालों का भविष्य संवार रहे हैं। अधिसंख्य अनुदेशकों की उम्र सीमा 40 वर्ष पार कर चुकी है, नवीन शिक्षा नीति के अनुसार हम अनुदेशकों को नियमित किया जाए। सरकार द्वारा हम अनुदेशकों के विरुद्ध अदालतों में चलाई जा रही समस्त कार्यवाही अविलंब वापस लेकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय व माननीय उच्च न्यायालय डबल बेंच में पारित निर्णय एवं दिशानिर्देशों को तत्काल प्रभाव से निष्पादित किया जाए। महिला अनुदेशकों का अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए, बाल्य देखरेख अवकाश (सीसीएल) में महिला अनुदेशकों के साथ मानवीय भेदभाव समाप्त कर उपरोक्त अवकाश से महिला अनुदेशकों को भी आच्छादित किया जाए। हम अनुदेशकों के भविष्य एवं आकस्मिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा (ईपीएफ) की गारंटी दी जाए। अनुदेशकों को 10 सयोगी अवकाश (सीएल) के अलावा कोई छुट्टी नहीं है, उन्होंने मेडिकल अवकाश प्रदान किया जाने सहित 11 सूत्री मांगे शामिल है। इस अवसर पर मनीष निगम, इजराइल खां, सुनीता देवी, सिद्धांत, समरजीत, पुष्पेंद्र सिंह, अमर सिंह, नारायण सिंह, प्रमोद कुमार, कल्पना, रामदेवी, महेश कुमार सहित दो दर्जन से अधिक अनुदेशक मौजूद रहें।