अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अवैध प्रवासियों के खिलाफ जहर उगलते हुए भड़काऊ बयानबाजी की। न्यू हैंपशायर के डरहम में एक रैली को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि प्रवासी उनके देश के खून में जहर मिला रहे है। इससे पहले भी ट्रंप ने प्रवासियों को लेकर ऐसा ही बयान दिया था। ट्रंप के इस बयान की कड़ी आलोचना हो रही है और इसे श्वेच वर्चस्ववादी और नाजी मानसिकता बताया जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘वो (प्रवासी) पूरी दुनिया की जेलों, सिर्फ दक्षिण अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में जहर फैला रहे हैं। वह अफ्रीका, एशिया और पूरी दुनिया से हमारे देश में आते हैं।’ ट्रंप ने बीते अक्तूबर में भी ऐसा ही एक भड़काऊ बयान दिया था, जिसमें उन्होंने अमेरिकी समाज के एक वर्ग को कीड़ा बताया था। उन्होंने वामपंथियों, कट्टर विचारधारा वाले लोगों को कीड़ा बताया था और उन्हें जड़ से उखाड़ फेंकने की बात कही थी।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी ट्रंप के उस बयान की तीखी आलोचना की थी और कहा था कि ट्रंप जो भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह नाजी विचारधारा की भाषा है। डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार स्वीकार नहीं की थी और अब 2024 के चुनाव एक बार फिर वह रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से तगड़े उम्मीदवार हैं। बताया जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप अगर दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो वह इस बार अवैध प्रवासियों के लिए पहले से भी ज्यादा कड़े कानून ला सकते हैं। पिछले कार्यकाल में ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को उनके बच्चों से अलग कर उन्हें अलग-अलग रखा था। इस बार चर्चा है कि ट्रंप अवैध प्रवासियों को पकड़कर उनके देश वापस भेजने जैसा कानून लेकर आएंगे।
ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों और अफ्रीकी देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। ट्रंप का कहना है कि सत्ता में आने के बाद एक बार फिर से वह इस प्रतिबंध को लागू करेंगे। साथ ही अवैध प्रवासियों के लिए सख्त वैचारिक स्क्रीनिंग भी लागू की जाएगी।