मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया बड़ा एलान: पीएसी के इतने हज़ार पदों पर सीधे होगी भर्ती

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी के 76वें संस्थापना दिवस समारोह के अवसर पर बड़ा एलान किया है। सीएम ने कहा कि पीएसी के 10,584 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। पीएसी कर्मियों के बच्चों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 90 फीसद सफलता अर्जित की है।

हम पुलिस मार्डन स्कूलों को नया फर्नीचर खरीदने के लिए धनराशि देने जा रहे हैं। इसके अलावा 31 वाहिनियों में प्रत्येक में 200 कर्मियों के लिए बहुमंजिला आवासीय इमारतों का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं डीजीपी विजय कुमार ने कहा कि पीएसी का गौरवशाली इतिहास रहा है। अंत में एडीजी पीएसी केएस प्रताप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

 

 

 

पीएसी/सशस्त्र पुलिस तथा नागरिक पुलिस में पदोन्नति को लेकर तमाम विसंगतियां हैं। बता दें कि पीएसी और नागरिक पुलिस में आरक्षियों की सीधी भर्ती साथ में होती है, लेकिन उनकी पदोन्नति में खासा अंतर है। पीएसी के वर्ष 2004 बैच के आरक्षियों को मुख्य आरक्षी के पद पर प्रोन्नत किया जा सका है, जबकि नागरिक पुलिस में वर्ष 2011 बैच के आरक्षी वर्तमान में मुख्य आरक्षी हैं। इसी तरह पीएसी में वर्ष 2008 बैच के मुख्य आरक्षी उपनिरीक्षक बनाए जा सके हैं, जबकि नागरिक पुलिस के 2018 बैच के मुख्य आरक्षियों को उपनिरीक्षक के पद पर प्रोन्नत किया जा चुका है।

पीएसी के वर्ष 2012 बैच के उप निरीक्षक से निरीक्षक बने हैं, जबकि नागरिक पुलिस के 2013 बैच के उपनिरीक्षकों को निरीक्षक बनाया जा चुका है। कैबिनेट में इन विसंगतियों को दूर करने का प्रस्ताव मंजूर होने से इस अंतर को समाप्त किया जा सकेगा। साथ ही, इससे रिक्त होने वाले पदों पर सीधी भर्ती भी हो सकेगी।

 

 

सीएम योगी ने पीएसी में पदोन्नति की विसंगतियों को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए गृह विभाग को निर्देश दिया जा चुका है। जल्द इसकी घोषणा होगी ताकि पीएसी बल का मनोबल बना रहे। उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी उपद्रव या चुनाव हो तो पीएसी बल याद किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी और पीएसी के स्थापना दिवस का शताब्दी वर्ष एक साथ मनाया जाएगा, लिहाजा इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी जाएं। प्रदेश में पीएसी बल कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में अहम योगदान दे रहा है।
धार्मिंक, सार्वजनिक कार्यक्रमों, विशिष्ट महानुभावों की सुरक्षा, यातायात ड्यूटी, यूपी 112, एसटीएफ, एटीएस, एसडीआरएफ में पीएसी बल उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। वर्ष 2001 में संसद पर हमला हो या फिर रामजन्मभूमि पर आतंकी हमला, पीएसी बल के जवानों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हुए हमलावरों को ढेर किया। उनका यह योगदान इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। योगी ने कहा कि पहले की सरकारों में पीएसी बल को लेकर संकीर्ण सोच थी। उन्होंने 46 कंपनियों को समाप्त कर दिया था, जिसे हमने पुनर्जीवित किया है। वर्तमान में पीएसी की 35 वाहिनियों में 273 कंपनियां पूरी तरह क्रियाशील हैं।

 

 

 

 

 

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