तमिलनाडु के दक्षिणी जिले इन दिनों बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे हैं। दरअसल इन जिलों में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है। इससे कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तमिलनाडु में बारिश और बाढ़ के चलते पैदा हुए हालातों में तीन लोगों की मौत हो गई है। तमिलनाडु के थुटुकुडी जिले में कई जगहों पर रविवार को 525 मिमी बारिश हुई।
इसके चलते थुटुकुडी में बाढ़ से आम जनजीवन बुरी तरह त्रस्त है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान ने बाढ़ से जूझ रहे लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में वायुसेना के हेलीकॉप्टर्स से खाने के पैकेट और अन्य जरूरी सामान गिराया जा रहा है।
दरअसल मौसम विभाग ने कहा है कि मंगलवार को भी तमिलनाडु के कई जिलों में हल्की से भारी बारिश हो सकती है। चेन्नई के मौसम विभाग ने बताया है कि अगले तीन घंटों में तमिलनाडु के कराईकल और कई अन्य जिलों में बिजली कड़कने के साथ भारी बारिश हो सकती है। जिन जिलों में भारी बारिश का अनुमान है, उनमें पुडुकोट्टई, तंजावुर, थिरुवर, नागापत्तिनम, रामानाथपुरम और शिवगंगाई शामिल हैं। वहीं थेनी, तेनकासी, कन्याकुमारी, थिरुनेलवेली, थुटुकुडी, विरुद्धनगर जिलों में हल्की बारिश का अनुमान है।
भारी बारिश से तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में ट्रेन यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तिरुनेलवेली और तूतीकोरिन जिलों में बीते 24 घंटों में हुई करीब 670 मिमी और 932 मिमी बारिश के चलते यहां ट्रेन सेवाएं बाधित हो गई हैं। कई स्टेशनों पर पानी भर गया है। वहीं ट्रेन सेवाएं बाधित होने और भारी बारिश की वजह से थिरुचेंदुर और तिरुनेलवेली स्टेशन के बीच चलने वाली एक ट्रेन में 800 यात्री फंस गए हैं, जिन्हें स्थानीय जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की मदद से सुरक्षित जगहों पर ले जाने की तैयारी की जा रही है।
एनडीआरएफ ने बताया है कि उसकी दो टीमें फंसे हुए रेल यात्रियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं। वायुसेना ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन चला रही है। लोगों को एयर लिफ्ट किया जा रहा है। एक गर्भवती महिला और डेढ़ साल की बच्ची समेत चार यात्रियों को वायुसेना ने सुरक्षित बचाया।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा है कि चेन्नई मौसम विभाग ने 17 और 18 दिसंबर को भारी बारिश का अनुमान जताया था, लेकिन बारिश अनुमान से ज्यादा हुई। ऐतिहासिक बारिश हुई और साथ ही हमें चेतावनी भी देर से मिली थी। तमिलनाडु सरकार ने इसके बावजूद राहत और बचाव कार्य के लिए पर्याप्त इंतजाम किए थे। मुख्यमंत्री स्टालिन आज शाम में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे और उन्हें बाढ़ के हालात के बारे में जानकारी देंगे।
बता दें कि तमिलनाडु के तटीय इलाके केप कोमरिन में चक्रवाती सर्कुलेशन बनने से राज्य के दक्षिणी जिलों में पिछले दो-तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है। दक्षिणी जिलों में कई नदियां और झीलें ओवरफ्लो कर रही हैं। बाढ़ के हालात को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवानों की कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तूतीकोरिन और तेनकासी में तैनाती की गई है।