सैकड़ों बाइक ई रिक्शा डीसीएम ट्रैक्टर से लाल सोने की लूट, ऐसा लगता है प्रशासनिक चौकीदार दे रखा है छूट

 

न्यूज़ वाणी

ब्यूरो मुन्ना बक्श

बांदा। जिले में बालू लूट का गजब ‘ खेल ‘ प्रशासनिक चौकीदारों की निगहबानी ‘ फेल ।
सोना सरेआम दिन दहाड़े लुट रहा है और जिला प्रशासन कुंभकर्णी नींद सो रहा” है। यह कैसी “निगहबानी” है?”सीएम योगी के खनिज का खजाना लूटा जा रहा है और उनके प्रशासनिक चौकीदार मूकदर्शक बनकर लाल सोने की लूट का खामोशी से नजारा देख रहे हैं। लाल सोने की लूट उनको सुवाहनी लग रही” है? जी हां ,योगी सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना बालू खनन माफ़ियाओ के अलावा छुट भैया दबंग लगा रहे हैं। मोरम खदानों से अवैध तरीके से मोरंग निकाला जा रहा है।
उदाहरण “बांदा शहर से सटे शहर के सोना घाट खदान “का है।

 

 

केन नदी की इस “सोना नाम की खदान में रोजाना लगभग सैकड़ो मोटरसाइकिलों से नदी की बालू बिना किसी परमिट परमीशन के खोदकर मुख्य सड़क तक पहुंचाई जाती है। उसके बाद ट्रैक्टर और डीसीएम और ई रिक्शा में बालू लोड कर शहर के तमाम स्थानों में पहुंचती” है। सूत्रों की माने तो खनिज विभाग और कुछ जिम्मेदारी अधिकारी पूरे मामले में सम्मिलित है? जिसके चलते यह अवैध खनन बेखौफ हो रहा है। फिलहाल जिला प्रशासन पूरे मामले मे खामोश बना है! “पुलिस खनिज विभाग के संरक्षण में यह अवैध खनन कर योगी सरकार के खनिज खजानें में छेद” किया जा रहा है

यहां यह भी उल्लेखनीय है की अभी पिछले वर्ष ही सोना घाट का पट्टा निरस्त हुआ है। जिसके बाद भी लगातार खनन माफिया यहां मौरंग खनन का कार्य कर रहे हैं। जिले की सबसे महंगी और अच्छी बालू के चलते इस खदान को सोना मौरंग खदान कहा जता है। इस “सोना घाट में अब तक कई करोड़ रुपए का बालू खनन माफिया कर चुके हैं और यह खेल बदस्तूर निरन्तर जारी हैं। ई रिक्शा तो अवैध बालू की ढुलान दिन -रात शहर में करते हैं। सब कुछ जानते देखते हुये भी प्रशासन हरी झंडी दिखा रहा हैं? सीएम योगी की सख्ती को ठेंगा” सा है?

 

 

 

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.