दूसरा पुलवामा ‘बहुत जल्द इंशाअल्लाह : छात्र ने सोशल मीडिया पर दी धमकी ATS ने उठाया

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में देवबंद के एक मदरसे से पुलिस ने एक छात्र मोहम्मद ताल्हा मजहर को पकड़ा है। इसने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट डाली है। इसमें धमकी लिखी- ”बहुत जल्द इंशाअल्लाह दूसरा पुलवामा भी होगा।” आरोपी मो. ताल्हा को ATS ने दारुल उलूम से अरेस्ट कर लिया है। ATS और LIU उससे पूछताछ कर रही है। वहीं, पुलिस ने भी आरोपी छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

आरोपी छात्र मो. ताल्हा के सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट की गई। ये पोस्ट उसी ने की है या किसी दूसरे की हरकत है। पुलिस और ATS यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है। पकड़ा गया युवक मोहम्मद ताल्हा मजहर झारखंड के जमशेदपुर सरायकेला का रहने वाला है। वह मजहबी तालिम हासिल करने के लिए देवबंद में आया है।

ताल्हा मजहर के कनेक्शन खंगाल रही ATS
ATS की स्थानीय यूनिट और पुलिस अब गिरफ्तार किए गए मो. ताल्हा मजहर के सभी कनेक्शन खंगाल रही है। ये छात्र किन-किन लोगों से बात करता है? इसके फोन में कौन से कौन से वॉट्सऐप ग्रुप हैं? यूट्यूब पर क्या देखता है? गूगल पर क्या सर्च करता है? इसके साथ-साथ जहां रहता है, वहां कौन-सी किताबें ज्यादा पढ़ता है? झारखंड से भी छात्र के बारे में पता किया जा रहा है।

सहारनपुर के SSP डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि अभी युवक से पूछताछ चल रही है। कुछ विशेष इनपुट सामने निकल कर नहीं आया है। आरोपी छात्र ने किसी के ट्वीट को रिट्वीट किया था।

CRPF के काफिले से आतंकियों ने भिड़ा दी थी 350 किलो विस्फोटक से भरी SUV
तारीख 14 फरवरी 2019 और समय दोपहर के 3 बजे। सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) का काफिला श्रीनगर-जम्मू हाईवे से गुजर रहा था। पूरे काफिले में 78 गाड़ियां थीं, जिनमें CRPF के 2,547 जवान थे। इनमें से ज्यादातर वो जवान थे, जो छुट्टी से लौटे थे।

पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान थे शहीद
काफिला जब पुलवामा में था, उसी वक्त जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 350 किलो विस्फोटक से भरी SUV उससे भिड़ा दी। विस्फोट की चपेट में आई दो बसों में से एक के परखच्चे उड़ गए थे। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। कश्मीर में 30 साल से जारी आतंकवाद के दौर में ये अब तक का सबसे बड़ा हमला था।

पुलवामा अटैक CRPF पर पिछले 9 साल में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला था। इससे पहले अप्रैल 2010 में छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले में 76 जवान शहीद हुए थे। पुलवामा हमले को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था। डार को IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग अब्दुल रशीद गाजी ने दी थी, जो PoK के कैंप में इंस्ट्रक्टर रह चुका था।

मसूद अजहर के भाई ने रैली में दी थी धमकी
पुलवामा हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस संगठन का सरगना मसूद अजहर है। हमले से 10 दिन पहले 5 फरवरी को कराची में जैश की एक रैली हुई थी। जिसमें मसूद अजहर के छोटे भाई मौलाना अब्दुल रऊफ असगर ने भारत को दहलाने की धमकी दी थी।

पुलवामा हमले की देवबंद में छिपे आतंकियों को पहले से जानकारी थी
2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले का देवबंद कनेक्शन उस समय सामने आया था। सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार हुए जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकियों को हमले की खबर पहले से थी। पाकिस्तान में बैठे जैश के आकाओं से खास मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए उनकी चैटिंग और कॉल हो रही थी। सुरक्षा एजेंसियों का यह भी दावा था कि यदि ये दोनों आतंकी पहले ही पकड़े जाते तो पुलवामा में CRPF जवानों पर हमले को रोका जा सकता था।

सूत्रों ने बताया, जम्मू कश्मीर में कुलगाम के शहनवाज तेली और पुलवामा के आकिब अहमद मलिक अक्टूबर-2018 में सबसे पहले देवबंद आए थे। कुछ दिन यहां रुके और वापस लौट गए। दूसरी बार वे दिसंबर-2018 में आए। तभी से देवबंद को एक छात्र के रूप में अपना ठिकाना बनाए थे। आतंकियों से बरामद मोबाइल से एप्लीकेशन के जरिए इंटरनेट कॉलिंग से पाकिस्तान में लगातार बातचीत होने की पुष्टि हुई है। ये बातचीत पुलवामा हमले से पहले और बाद की बताई गई थी। शहनवाज तेली और आकिब को इस हमले की बखूबी जानकारी थी। उस दौरान यूपी ATS के अधिकारियों ने बताया था कि आतंकियों से बरामद चैटिंग, कॉलिंग, जेहादी वीडियो और फोटो का फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।

 

 

 

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