एसएसपी द्वारा विकास भवन में साइबर अपराधों के संबंध में कार्यशाला आयोजित

                         ब्यूरो संजीव शर्मा 

न्यूज़ वाणी इटावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा संजय कुमार द्वारा विकास भवन इटावा /प्रेरणा सभागर इटावा में साइबर अपराधों के संबंध में कार्यशाला आयोजित कर साइबर एक्सपर्ट के माध्यम से जनपदीय पुलिस अधि0/कर्मचारीगणों को साइबर अपराधों से बचाव एवं साइबर अपराधियों से निपटने हेतु जानकारी साझा की गयी ।
आज दिनांक 28.12.2023 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा श्री संजय कुमार द्वारा विकास भवन इटावा /प्रेरणा सभागर इटावा में साइबर अपराधों के संबंध में कार्यशाला आयोजित कर साइबर एक्सपर्ट के माध्यम से जनपदीय पुलिस अधि0/कर्मचारीगणों को साइबर अपराधों से बचाव एवं साइबर अपराधियों से निपटने हेतु जानकारी दी गयी ।
गोष्ठी के दौरान निम्न बिन्दुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है साइबर क्राइम का मतलब है कंप्यूटर, नेटवर्क या इंटरनेट का गलत उपयोग करके किसी को नुकसान पहुंचाना।साइबर क्राइम में हैकिंग, फिशिंग, आइडेंटिटी थेफ्ट, सोशल इंजीनियरिंग, डीडीओएस अटैक, बॉटनेट, साइबर स्टॉकिंग, साइबर टेररिज्म आदि शामिल हैं ।
आपको बताते चलें साइबर क्राइम का मुख्य कारण क्या है
साइबर क्राइम का मुख्य कारण मुख्य कारण लोव सिक्योरिटी स्टैंडर्ड तथा लॉक कामब्लडिंग बताया गया ।
कार्यशाला में साइबर क्राइम से बचने के कई तरीके हैं, जो व्यक्तिगत और संगठनात्मक स्तर पर अपनाए जा सकते हैं उनके बारे में अवगत कराया गया जोकि निम्नलिखित है।
जैसे कि अपडेट सॉफ्टवेयर सभी डिजिटल उपकरणों और सॉफ़्टवेयर को नवीनतम सुरक्षा पैचों के साथ अद्यतन रखना महत्वपूर्ण है। अद्यतन करना सुनिश्चित करता है कि आपके सिस्टम में किसी भी ज्ञात सुरक्षा कमियों को ठीक किया जाता है । स्मार्ट पासवर्ड एक मजबूत पासवर्ड और उन्हें नियमित रूप से बदलने की प्रथा साइबर क्राइम से बचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। पासवर्ड मजबूत होने के साथ-साथ, यह भी अद्वितीय होना चाहिए और विभिन्न खातों में एक ही पासवर्ड का पुन: उपयोग नहीं करना चाहिए।
यह एक अतिरिक्त सुरक्षा स्तर जोड़ता है, जिसमें खाते की पहचान के लिए दो अलग-अलग तरीके का उपयोग किया जाता है।
फ़िशिंग ईमेल्स आमतौर पर विश्वसनीय स्रोतों से आने का ढोंग करते हैं, लेकिन वास्तव में ये साइबर अपराधियों द्वारा भेजे जाते हैं। इनका उद्देश्य आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराना या मालवेयर स्थापित करना होता है। इसलिए, अज्ञात स्रोतों से आने वाले ईमेल्स के साथ सतर्क रहें
पब्लिक वाई-फ़ाई नेटवर्क का उपयोग करने से पहले सोचें। ये नेटवर्क अक्सर सुरक्षित नहीं होते हैं, और आपकी व्यक्तिगत जानकारी को संक्रमित करने का खतरा होता है।
अपने सोशल मीडिया खातों की सुरक्षा को बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है। प्राइवेसी सेटिंग्स को सामान्य जनसामान्य से बचने के लिए निजी रखें। यह साइबर अपराधियों के लिए आपकी व्यक्तिगत जानकारी तक पहुँचने को कठिन बनाता है ।
कार्यशाला के दौरान साइबर एक्सपर्ट नवीन सिंह द्वारा डिजिटल एविडेंस कलेक्शन तथा क्राईम इन्वेस्टिगेशन के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी ।
इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक अपराध इटावा मौजूद रहे ।

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