लखनऊ: तीन लाख रुपये फिरौती के लिए प्रतापगढ़ से अगवा एलएलबी छात्र दीपक को एसटीएफ ने मुक्त कराकर चार अपहरणकर्ताओं को चारबाग रेलवे स्टेशन के पास गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से अपह्रण में इस्तेमाल की गई कार और तीन मोबाइल फोन बरामद किया है। एसटीएफ का दावा है कि पिस्टल लाइटर से धमकाकर छात्र को अवगा किया गया और छोड़ने के बदले अपहर्ताओं ने तीन लाख रुपये फिरौती मांगी थी। प्रतापगढ़ भूपियामऊ निवासी एलएलबी छात्र दीपक शुक्रवार दोपहर घर पर था। करीब दो बजे कार सवार चार लोग घर पहुंचे। एसओजी सिपाही के तौर पर परिचय देते हुए दीपक पर गांजा तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाया। यह बात सुन कर परिवार वाले भी दंग रह गए। वह कुछ समझ पाते उससे पहले ही कथित सिपाही पिस्टल लाइटर के बल पर दीपक को कार में बैठा कर भाग निकले। शक होने पर दीपक के अधिवक्ता चाचा दुर्गविजय सिंह ने पुलिस को फोन कर सूचना दी और अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
सीओ एसटीएफ धर्मेश कुमार शाही के मुताबिक अपहरण के बाद छात्र के परिवार से तीन लाख की फिरौती मांगी गई। यह जानकारी मिलने पर संदिग्ध नम्बर को सर्विलांस पर लिया गया। प्रतापगढ़ पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन लखनऊ में होना बताया। जिसके आधार पर चारबाग रेलवे स्टेशन के पास से प्रतापगढ़ निवासी चंदन यादव, सदर निवासी रंजीत यादव, मो. असगर अली और दिलीपपुर निवासी धीरज कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों के मुताबिक दीपक को अगवा कर तीन लाख की फिरौती वसूलने की साजिश आजमगढ़ निवासी बदमाश ने रची थी। जिसकी तलाश के लिए टीमें लगी है। सीओ ने बताया कि शुरुआती जांच में गिरफ्तार किए गए अपहरणकर्ताओं का आपराधिक इतिहास की पुष्टि नहीं हुई है। साजिश रचने वाले आरोपी की तलाश की जा रही है।